Tonk कलेक्टर ने लापरवाह प्राचार्य को किया निलंबित
टोंक न्यूज़ डेस्क, कलेक्टर डॉ. सौम्या ने चयनित खिलाड़ियों को राज्य स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता में भेजने में बाधा उत्पन्न करने वाली शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लोहारवाड़ा की प्राचार्य दीपिका भार्गव को निलंबित कर दिया है। निलंबन के दौरान प्राचार्य का मुख्यालय डीईओ बनाया गया है। निलंबन आदेश में उल्लेख किया गया है कि प्राचार्य दीपिका भार्गव का आचरण लोक सेवक के आचरण के विपरीत रहा है। उनके द्वारा शासकीय कार्य में लापरवाही बरती गई है। ज्ञात हो कि दस दिन पूर्व राविवि लोहारवाड़ा स्कूल के 3 विद्यार्थियों का राज्य स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है। इनका चयन विद्यालय के 17 व 19 वर्ष आयु वर्ग में बनवाड़ा में आयोजित जिला स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर हुआ है। राज्य स्तर पर खेलने से पूर्व इनका चार दिवसीय प्रशिक्षण 21 सितम्बर से बनवाड़ा में चल रहा था,
लेकिन विद्यालय प्राचार्य द्वारा इन तीनों खिलाड़ियों की निर्धारित फीस जमा नहीं करवा पाने के कारण बच्चे प्रशिक्षण में भाग नहीं ले पाए थे। ऐसे में निराश होकर प्राचार्य ने समय रहते प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई थी। तीनों खिलाड़ियों ने तीन दिन पहले एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने मामले की जांच कराई। इसमें स्कूल की प्राचार्य दीपिका भार्गव की लापरवाही सामने आई। इसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने बुधवार शाम को लोहरवाड़ा की प्राचार्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके आदेश भी जारी कर दिए गए। उधर, खिलाड़ियों की पीड़ा समय पर सामने आने पर तीन दिन पहले समाजसेवी आदि ने प्रति खिलाड़ी 3970 रुपए खेल शुल्क जमा कराकर उन्हें राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भेजा। गौरतलब है कि पिछले साल भी मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद प्राचार्य ने इसी तरह 8 बच्चों को राज्य स्तरीय खेलने के लिए भेजा था।