Udaipur तिरपाल और रेनकोट के दामों में 25 फीसदी तक का इजाफा

Udaipur तिरपाल और रेनकोट के दामों में 25 फीसदी तक का इजाफा
 
Udaipur तिरपाल और रेनकोट के दामों में 25 फीसदी तक का इजाफा

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर मानसून के सक्रिय होते ही शहर में छाते, रेनकोट, तिरपाल का अस्थायी बाजार लग गया है। हालांकि, पिछले सप्ताह सलूंबर में प्री-मानसून बारिश के बाद से छाते, रेनकोट और तिरपाल की मांग बढ़ गई है। रेनकोट और तिरपाल के आकार और प्रकार के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस साल कीमतों में 10 से 25 फीसदी तक का इजाफा हुआ है।इसका असर गरीबों की जेब पर पड़ने वाला है। क्योंकि खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्र के किसान अपने पशुओं को बारिश से बचाने के लिए खुले मैदान या मंडप के नीचे बांधते हैं। उसमें बारिश का पानी टपकता है। उन्हें इस बारिश से बचाने के लिए वहां तिरपाल और रेनकोट बिछाना जरूरी है। मौसम विभाग ने भले ही इस साल बेहतर मानसून की भविष्यवाणी की है, लेकिन जुलाई के पहले पखवाड़े तक बारिश नहीं हुई है। इसके चलते इस बार तिरपाल, छाता, रेनकोट की दुकानें देरी से शुरू हुई हैं। हालांकि प्री मानसून की बारिश के बाद सलूंबर के चौक चौराहों पर तिरपाल बिकने शुरू हो गए हैं।

लोगों ने बारिश से बचने के लिए बाजार से तिरपाल और प्लास्टिक खरीदना शुरू कर दिया है। सलूंबर के तिरपाल विक्रेता हर्षित सिंघवी ने बताया कि जब एक-दो बार तेज बारिश होगी तो खरीदारों की भीड़ उमड़ेगी, क्योंकि जब तक तेज बारिश नहीं होती, लोग खरीदारी नहीं करते। इसलिए आम लोगों की तरह दुकानदार भी मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सलूंबर में सर्राफा बाजार से लेकर सूरजपोल रोड तक दुकानदार इसका कारोबार कर रहे हैं। जबकि बाकी दुकानें चौक-चौराहों, सड़क किनारे लगी हैं। इस बार तिरपाल छोटे से लेकर बड़े तक उपलब्ध हैं। ग्राहक की मांग के अनुसार दुकानदार सामान उसी कीमत पर रख रहे हैं।

तिरपाल व्यापारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों से अधिकांश किसान शुरुआती खरीदारी के लिए आ रहे हैं और अच्छी बारिश शुरू होने के बाद शहर और क्षेत्र में तेजी आएगी। व्यापारी मनीष नेभानी ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल कीमतों में 10 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। दुकानदारों ने भी माल का स्टॉक कर लिया है। जुलाई का पहला पखवाड़ा लगभग बीतने को है, लेकिन अब तक अच्छी बारिश न होने से किसानों की निगाहें आसमान की ओर टिकी हैं। जब बारिश शुरू हो जाए तो उन्हें अपने कृषि कार्य निपटा लेने चाहिए। क्योंकि किसानों ने मानसून से पहले खेतों की तैयारी पूरी कर ली है। इसके साथ ही जिन लोगों के घरों की छतों से पानी टपक रहा है। इससे बचाव के लिए उन्होंने अभी से तिरपाल और रेनकोट खरीदना शुरू कर दिया है। शहर के बाजारों में दुकानदारों ने आगामी मानसून को देखते हुए तिरपाल और रेनकोट का पूरा स्टॉक मंगवा लिया है।