अश्विन का सन्यास, अब दांव पर कोहली-रोहित का करियर, गंभीर पर उठे सवाल, बॉर्डर-गावस्कर सीरीज ने दिये कई गहरे जख्म

अश्विन का सन्यास, अब दांव पर कोहली-रोहित का करियर, गंभीर पर उठे सवाल, बॉर्डर-गावस्कर सीरीज ने दिये कई गहरे जख्म
 
अश्विन का सन्यास, अब दांव पर कोहली-रोहित का करियर, गंभीर पर उठे सवाल, बॉर्डर-गावस्कर सीरीज ने दिये कई गहरे जख्म

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी इस बार भारत नहीं आएगी। ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी टेस्ट जीतकर श्रृंखला 3-1 से जीत ली। भारतीय बल्लेबाजों के फ्लॉप शो ने टीम इंडिया को कंगारू मैदान में पहुंचा दिया। भारतीय टीम इस दौरे पर बड़ी उम्मीदों के साथ पहुंची थी, लेकिन टीम का प्रदर्शन बेहद शर्मनाक रहा। पर्थ में जीत के बाद टीम इंडिया हर मैच में बैकफुट पर नजर आई। कभी भारतीय बल्लेबाज फॉलोऑन बचाते नजर आए तो कभी गेंदबाज टीम की शर्मिंदगी बचाते नजर आए। कंगारू धरती पर खेली गई इस सीरीज को भारतीय प्रशंसक और खिलाड़ी खुद भी याद नहीं रखना चाहेंगे। इस सीरीज ने भारतीय टीम को कई कड़वी यादें दीं और कई सवाल भी खड़े किए।

अश्विन का संन्यास
पर्थ में बाहर बैठने के बाद आर अश्विन को एडिलेड टेस्ट में मौका दिया गया। अश्विन ने एक पारी में बल्ले से 22 रन बनाए और गेंदबाजी से एक विकेट लिया। गाबा टेस्ट में अश्विन को फिर से बाहर रखा गया। तीसरे टेस्ट के समापन के बाद, महान ऑफ स्पिनर ने अपने संन्यास की घोषणा कर दी। ऐसा माना जा रहा था कि अश्विन टीम प्रबंधन के दबाव में थे और अपनी उपेक्षा से भी परेशान थे। सीरीज के बीच में अश्विन के संन्यास ने सभी को चौंका दिया।



कोहली-रोहित के करियर पर उठे सवाल
यह सीरीज विराट कोहली और रोहित शर्मा के लिए काफी अहम मानी जा रही थी। हालांकि, ये दोनों ही दमदार बल्लेबाज इस सीरीज में बुरी तरह फ्लॉप रहे। रोहित पांच पारियों में 6 की औसत से सिर्फ 31 रन बना सके, जबकि कोहली ने 9 पारियों में 190 रन बनाए। सीरीज के खत्म होने के साथ ही रोहित-कोहली का टेस्ट करियर भी खतरे में आ गया है। ऐसी खबरें हैं कि इन दोनों बल्लेबाजों ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मैच सफेद जर्सी में खेला था।

असंतुलित बल्लेबाजी क्रम
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज ने उजागर कर दिया कि टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया का बल्लेबाजी क्रम कितना असंतुलित है। टीम प्रबंधन खुद यह नहीं समझ पाया है कि रोहित को यशस्वी जायसवाल या केएल राहुल के साथ ओपनिंग करनी चाहिए। तीसरे नंबर पर शुभमन गिल पर पूरा भरोसा नहीं था। कोहली के बाद चौथे नंबर पर कौन उतरेगा, यह अब अपने आप में एक बड़ा सवाल बन गया है। निचले क्रम की बल्लेबाजी से अश्विन के हटने के बाद अब एक बड़ा अंतर दिखाई दे रहा है। जडेजा भी कंगारू मैदान पर बल्ले से पूरी तरह से फीके नजर आए।

विदेशी धरती पर तेज गेंदबाजी आक्रमण की पोल खुली
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में टीम इंडिया को अपने तेज गेंदबाजों से काफी उम्मीदें थीं। हालांकि जसप्रीत बुमराह के अलावा कोई भी गेंदबाज अपनी छाप नहीं छोड़ पाया। सिराज उस फॉर्म में नहीं थे, वहीं आकाशदीप और हर्षित राणा भी ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर अपनी उपयोगिता साबित करने में असमर्थ रहे। प्रसिद्ध कृष्णा को सिडनी टेस्ट में आजमाया गया और उन्होंने छह विकेट लिये। लेकिन इस सीरीज के खत्म होने के साथ ही यह सवाल खड़ा हो गया है कि अगर बुमराह किसी कारणवश टीम में नहीं होंगे तो क्या टीम इंडिया इन तेज गेंदबाजों की मदद से विदेशी धरती पर 20 विकेट ले पाएगी?