जसप्रीत बुमराह पर ऑस्ट्रेलिया ने लगाया बॉल टेम्परिंग का आरोप, अश्विन ने दिया ऐसा जवाब, सबकी हो गई बोलती बंद
क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती। ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए रोमांचक मैच में भारत को छह विकेट से हराकर श्रृंखला 3-1 से जीत ली। यह जीत ऑस्ट्रेलिया के लिए इसलिए खास है क्योंकि पिछले एक दशक से यह ट्रॉफी भारत के पास थी। ट्रेविस हेड और ब्यू वेबस्टर की शानदार बल्लेबाजी ने ऑस्ट्रेलिया को कठिन परिस्थितियों में जीत दिलाई। भारत के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति ने भी ऑस्ट्रेलिया की जीत को आसान बना दिया।
बुमराह पर उठे सवाल
पीठ में खिंचाव के कारण बुमराह पहली पारी में ज्यादा गेंदबाजी नहीं कर पाए थे। वह दूसरी पारी में बिल्कुल भी नहीं खेले। गेंदबाजी की जिम्मेदारी प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज को दी गई। बुमराह भले ही मैदान पर ज्यादा देर तक नहीं टिके, लेकिन विवादों में जरूर फंस गए। टीवी कैमरों में उनके पास एक संदिग्ध वस्तु देखी गई, जिसे देखकर ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों ने सवाल उठाए।
जब बुमराह अपने जूते पहन रहे थे, तो उनके हाथ से एक छोटी ट्यूब गिर गई। उसने तुरंत उसे अपनी जेब में रख लिया। कुछ ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों ने इस पर हंगामा मचा दिया। सोशल मीडिया पर इस बारे में लगातार पोस्ट आने लगे। इस बीच रविचंद्रन अश्विन ने सबको चुप करा दिया।
Breaking: India are being investigated by the ICC for ball tampering. This comes after an undisclosed item fell out of fast bowler Jasprit Bumrah’s shoe. @7Cricket @7NewsMelbourne
— Tom Browne (fan) (@tombrowne7) January 4, 2025
pic.twitter.com/lvA4S4RLrE
अश्विन का जवाब आ गया है।
अश्विन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'यह उंगली की सुरक्षा के लिए पैड है।' उन्होंने हंसने वाले इमोजी का भी इस्तेमाल किया। अश्विन ने बेतुके आरोपों पर समय बर्बाद नहीं किया। कुछ प्रशंसकों ने सवाल उठाया कि क्या बुमराह कुछ छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। यह सवाल इसलिए भी उठा क्योंकि 2018 में दक्षिण अफ्रीका में हुए सैंडपेपर विवाद के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की छवि खराब हुई थी।
बुमराह को श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया। उन्होंने सभी मैचों में कुल 32 विकेट लिए। हालांकि, चोट के कारण वह आखिरी और महत्वपूर्ण मैच में नहीं खेल सके। उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद भारत को हार का सामना करना पड़ा।