लगातार 66 टेस्ट खेले, सिर्फ 1 बार टीम से हुए बाहर, भारतीय क्रिकेट को कपिल देव ने दिलाई थी विश्व क्रिकेट में नई पहचान

लगातार 66 टेस्ट खेले, सिर्फ 1 बार टीम से हुए बाहर, भारतीय क्रिकेट को कपिल देव ने दिलाई थी विश्व क्रिकेट में नई पहचान
 
लगातार 66 टेस्ट खेले, सिर्फ 1 बार टीम से हुए बाहर, भारतीय क्रिकेट को कपिल देव ने दिलाई थी विश्व क्रिकेट में नई पहचान

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व महान कप्तान कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1959 को चंडीगढ़ में हुआ था। कपिल देव आज अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं। कपिल अपने समय के महानतम ऑलराउंडरों में से एक थे, कपिल देव ने क्रिकेट के मैदान पर कई बड़े रिकॉर्ड कायम किए थे। इसके अलावा कपिल विश्व कप जीतने वाले सबसे युवा कप्तान भी थे, उन्होंने 24 साल की उम्र में टीम इंडिया को वनडे विश्व कप जिताया था। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने अपना पहला विश्व कप खिताब भी जीता था।

लगातार 66 टेस्ट मैच खेले
कपिल देव ने टीम इंडिया के लिए लगातार 66 टेस्ट खेलने का खास रिकॉर्ड बनाया। जिसके बाद उन्हें पहली बार टीम से बाहर कर दिया गया। कपिल देव को अपने टेस्ट करियर में केवल एक बार टीम से बाहर किया गया था। वर्ष 1984 में ईडन गार्डन्स मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच खेला गया था। इस मैच में कपिल देव नहीं खेले, यह एकमात्र टेस्ट मैच था जिसमें कपिल नहीं खेले। इसके बाद अगले ही मैच में उनकी वापसी हुई।

लगातार 66 टेस्ट खेले, सिर्फ 1 बार टीम से हुए बाहर, भारतीय क्रिकेट को कपिल देव ने दिलाई थी विश्व क्रिकेट में नई पहचान

भारत को पहला विश्व कप खिताब दिलाया
कपिल देव वह कप्तान थे जिन्होंने टीम इंडिया को पहली बार विश्व कप खिताब दिलाया था। जब विश्व क्रिकेट पर वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों का राज था, तब कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दी। 1983 विश्व कप के फाइनल में भारत का मुकाबला वेस्टइंडीज से हुआ। इस फाइनल मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 43 रनों से हराकर इतिहास रच दिया। कपिल देव ने इस विश्व कप में अपने वनडे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। कपिल ने इस टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी की और जिम्बाब्वे के खिलाफ 175 रनों की पारी खेली। अपनी पारी के दौरान कपिल ने 16 चौके और 6 छक्के लगाए।

कपिल देव का क्रिकेट करियर
कपिल देव ने अपने क्रिकेट करियर में भारत के लिए 131 टेस्ट और 225 एकदिवसीय मैच खेले। उन्होंने 131 टेस्ट मैचों में बल्लेबाजी की और 5248 रन बनाए, जिसमें 8 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 434 विकेट भी लिए। उन्होंने 225 एकदिवसीय मैचों में बल्लेबाजी करते हुए 3783 रन बनाए और गेंदबाजी करते हुए 253 विकेट लिए।