सिराज का एटीट्यूड... DSP के अंदाज पर फिद हुए गौतम गंभीर, प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल खोलकर की मियां भाई की तारीफ

सिराज का एटीट्यूड... DSP के अंदाज पर फिद हुए गौतम गंभीर, प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल खोलकर की मियां भाई की तारीफ
 
सिराज का एटीट्यूड... DSP के अंदाज पर फिद हुए गौतम गंभीर, प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल खोलकर की मियां भाई की तारीफ

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन रविवार को भारत को छह विकेट से हराकर पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 3-1 से जीत ली और साथ ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी जगह बना ली। जहां उनका सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा। इस हार के साथ ही भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की दौड़ से बाहर हो गया।

भारत के 162 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट खोकर 162 रन बनाकर जीत हासिल कर ली। ऑस्ट्रेलिया के लिए सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने 41 रन बनाए। ब्यू वेबस्टर और ट्रैविस हेड क्रमशः 39 और 34 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत के लिए प्रदीश कृष्णा ने तीन विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया ने लगभग एक दशक के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती है। सिडनी टेस्ट हारने के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की जमकर तारीफ की।

गौतम गंभीर ने की मोहम्मद सिराज की तारीफ

सिराज का एटीट्यूड... DSP के अंदाज पर फिद हुए गौतम गंभीर, प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल खोलकर की मियां भाई की तारीफ

गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के बारे में कहा, 'मोहम्मद सिराज शानदार रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि मैंने कभी किसी को हर गेंद पर इस तरह दौड़ते हुए देखा है, भले ही वे हमेशा 100% फिट न हों। सिराज का रवैया अद्भुत था। आपको बता दें कि इस बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में मोहम्मद सिराज ने पैट कमिंस के बाद सबसे ज्यादा गेंदबाजी की है। उन्होंने कुल 157.1 ओवर गेंदबाजी की। सिराज ने 943 गेंदें फेंकी और 20 विकेट लिए। सिडनी टेस्ट में सिराज ने दूसरी पारी में उस्मान ख्वाजा को आउट कर अपना 100वां टेस्ट विकेट भी पूरा किया।

इसके अलावा अगर मैच की बात करें तो भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 185 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 181 रन पर ऑल आउट हो गई। दूसरी पारी में टीम इंडिया 157 रन पर ऑलआउट हो गई। 4 रन की बढ़त के साथ भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 162 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे उन्होंने बिना किसी कठिनाई के आसानी से हासिल कर लिया।