इस बार भी होगा संजू बाबा के साथ अन्याय, चैंपियंस ट्रॉफी खेलने का सपना मिट्टी में मिल सकता

इस बार भी होगा संजू बाबा के साथ अन्याय, चैंपियंस ट्रॉफी खेलने का सपना मिट्टी में मिल सकता
 
इस बार भी होगा संजू बाबा के साथ अन्याय, चैंपियंस ट्रॉफी खेलने का सपना मिट्टी में मिल सकता

भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन का अंतरराष्ट्रीय करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। अभी तक वह टीम इंडिया में अपनी जगह पूरी तरह पक्की नहीं कर पाए हैं। हालाँकि, संजू ने हाल के दिनों में टी20 में अच्छा प्रदर्शन किया है। वह लगातार भारत के लिए टी20 क्रिकेट खेल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक भी बनाए। संजू सैमसन की बल्लेबाजी का ही नतीजा है कि अब उन्होंने भारतीय टी20 टीम में अपनी जगह बना ली है। लेकिन वनडे प्रारूप में ऐसा अभी तक नहीं हुआ है।

सभी जानते हैं कि आईसीसी का मेगा इवेंट चैंपियंस ट्रॉफी 19 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि क्या संजू सैमसन को मौका मिलेगा? आपको बता दें कि संजू अब टी-20 में भारत के लिए अच्छा खेलने लगे हैं। लेकिन उन्होंने वनडे में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके बावजूद वह वनडे टीम में अपनी जगह नहीं बना पाए।

इस बार भी होगा संजू बाबा के साथ अन्याय, चैंपियंस ट्रॉफी खेलने का सपना मिट्टी में मिल सकता

सैमसन ने 2021 में भारत के लिए अपना वनडे डेब्यू किया। तब से उन्होंने एकदिवसीय प्रारूप में कुल 16 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 56.7 की शानदार औसत से बल्लेबाजी करते हुए 510 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 3 अर्धशतक देखने को मिले हैं। इतना सब होने के बाद भी संजू का चैंपियंस ट्रॉफी में चयन होना लगभग नामुमकिन है।

संजू सैमसन को चैंपियंस ट्रॉफी में मौका क्यों नहीं मिलेगा?
फिलहाल भारतीय टीम में विकेटकीपर के लिए कोई जगह नहीं है। ऋषभ पंत भारत के पहली पसंद के विकेटकीपर हैं जबकि केएल राहुल भी विकेटकीपिंग कर सकते हैं। पंत जहां कार दुर्घटना के कारण खेल से दूर थे, वहीं केएल राहुल 2023 वनडे विश्व कप में विकेटकीपिंग कर रहे थे। इस बात की भी पूरी उम्मीद है कि चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम इंडिया ऋषभ पंत की जगह केएल राहुल को अतिरिक्त ऑलराउंडर, बल्लेबाज या गेंदबाज के तौर पर खिलाएगी और विकेटकीपिंग करेगी। हालांकि, इन सब बातों को देखते हुए सैमसन के लिए चैंपियंस ट्रॉफी में जगह पक्की करना मुश्किल होता जा रहा है।