युवराज सिंह के पिता का इस स्टार खिलाड़ी पर भडक उठे, ऑस्ट्रेलिया में हार का बता दिया सबसे बड़ा कारण

युवराज सिंह के पिता का इस स्टार खिलाड़ी पर भडक उठे, ऑस्ट्रेलिया में हार का बता दिया सबसे बड़ा कारण
 
युवराज सिंह के पिता का इस स्टार खिलाड़ी पर भडक उठे, ऑस्ट्रेलिया में हार का बता दिया सबसे बड़ा कारण

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा है। कंगारू टीम ने सिडनी टेस्ट 6 विकेट से जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली। वह 10 साल बाद भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने में सफल रहे हैं। टीम इंडिया की हार के बाद पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने सीनियर खिलाड़ियों पर अपना गुस्सा निकाला है। इस हार के बाद भारत का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया।

विराट को निशाना बनाया गया।
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता योगराज ने विराट कोहली और रोहित शर्मा सहित कई सीनियर खिलाड़ियों के गलत शॉट पर आउट होने पर कहा, "खेल से बड़ा कोई खिलाड़ी नहीं है।" विराट कोहली को ये शॉट नहीं खेलने को कहा जाना चाहिए था।" सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, "जब सचिन ऑस्ट्रेलिया में रन नहीं बना पाए तो उन्होंने कवर ड्राइव खेलना बंद कर दिया। नाबाद 235 रन की पारी में एक बार भी यह शॉट नहीं खेला गया।

'विराट और रोहित को कौन बताएगा'

योगराज ने यह भी कहा कि कोचिंग और प्रबंधन में अंतर है। उन्होंने कहा, "कोचिंग का मतलब है हमें यह बताना कि यह शॉट मत खेलो। सवाल यह है कि विराट और रोहित को कौन बताएगा? वे भी हमें यह बताना चाहते हैं कि मैनेजमेंट की जरूरत है।" उन्होंने कहा कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन पिछले मैच में जसप्रीत बुमराह का नहीं खेलना हार का सबसे बड़ा कारण रहा।

युवराज सिंह के पिता का इस स्टार खिलाड़ी पर भडक उठे, ऑस्ट्रेलिया में हार का बता दिया सबसे बड़ा कारण

प्रबंधन को सलाह दी

योगराज ने कहा, "मैं प्रबंधन और बीसीसीआई से अनुरोध करता हूं कि ऐसा प्रबंधन बनाया जाए जिसमें माता, पिता और भाई की छवि हो।" कोच गौतम गंभीर एक अच्छे क्रिकेटर हैं। वे यह भी बताते हैं कि चीजें कहां गलत हो रही हैं, लेकिन हमें ऐसे प्रबंधन की जरूरत है जो बता सके। जब मैं आस्ट्रेलिया में खेल रहा था तो कपिल देव मुझे कप्तान कहकर संबोधित करते थे। इसी तरह, बड़े खिलाड़ियों को भी जिम्मेदारी लेने के लिए कहा जाना चाहिए। कोच और प्रबंधन वह जादुई छड़ी है जो बच्चों को तब शिक्षित कर सकती है, जब वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं।

मैच में क्या हुआ?

भारत ने पहली पारी में 185 रन और दूसरी पारी में 157 रन बनाए। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 181 रन बनाए थे। भारत को 4 रन की बढ़त मिली थी। इस तरह उनकी बढ़त 161 रनों की हो गई और कंगारू टीम को 162 रनों का लक्ष्य मिला। ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट के नुकसान पर 162 रन बनाकर मैच जीत लिया। इस हार के बाद भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में नहीं पहुंच सका। वह अंतिम दौड़ से बाहर हो गये। अब खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा।