उत्तर प्रदेश : केजीबीवी की तीन छात्राएं राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता में दिखाएंगी जलवा

लखनऊ, 30 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में सरकार की खेल नीति और बालिका सशक्तिकरण की पहल रंग ला रही है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) की तीन छात्राओं को राज्य की अंडर-17 छात्रा फुटबॉल टीम में जगह मिली है जो दिसंबर में जम्मू-कश्मीर में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी।
 
उत्तर प्रदेश : केजीबीवी की तीन छात्राएं राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता में दिखाएंगी जलवा

लखनऊ, 30 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में सरकार की खेल नीति और बालिका सशक्तिकरण की पहल रंग ला रही है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) की तीन छात्राओं को राज्य की अंडर-17 छात्रा फुटबॉल टीम में जगह मिली है जो दिसंबर में जम्मू-कश्मीर में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी।

केजीबीवी की तीन छात्राओं का राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राज्य की टीम का नेतृत्व करना सरकार की प्रभावी खेल नीति, 'एक केजीबीवी, एक खेल योजना' और बालिका सशक्तिकरण की पहल का उत्कृष्ट उदाहरण है। इन छात्राओं का चयन जम्मू-कश्मीर में 6 से 10 दिसंबर 2024 तक आयोजित होने वाली अंडर-17 राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए हुआ है।

भारतीय विद्यालय खेल महासंघ द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में राज्य की टीम में 18 बालिकाओं का चयन किया गया है। इनमें केजीबीवी मलिहाबाद (लखनऊ) की तीन छात्राएं शामिल हैं। जम्मू में आयोजित होने वाली 68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी फुटबॉल (अंडर-17) छात्रा प्रतियोगिता के लिए प्रयागराज से सात, बुलंदशहर से तीन, मेरठ से दो, लखनऊ केजीबीवी मलिहाबाद से तीन और अलीगढ़, मुरादाबाद और एटा से एक-एक छात्राओं का चयन हुआ है।

स्कूल की महानिदेशक कंचन वर्मा ने बताया कि लखनऊ के मलिहाबाद स्थित केजीबीवी की कक्षा आठ की छात्राएं मानसी, मीनाक्षी और प्रियंका ने अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। यह केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि प्रदेश में खेलों में बालिकाओं की सक्रिय भागीदारी का प्रतीक है। इन छात्राओं ने यह साबित किया है कि सरकार की योजनाएं जमीनी स्तर पर असर दिखा रही हैं।

बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने बालिकाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। खेल और शिक्षा को समान महत्व देते हुए सरकार ने बालिकाओं को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने के लिए खेल प्रशिक्षण और प्रतियोगिताओं में भागीदारी बढ़ाने का काम किया है। कस्तूरबा विद्यालय की इन छात्राओं की सफलता इस नीति की सफलता का प्रमाण है।

--आईएएनएस

विकेटी/एकेजे