Rewari लौटकर फिर झाबुआ के जंगल में पहुंचे बाघ को पकड़ पाना वन विभाग के लिए चुनौती बना हुआ

Rewari लौटकर फिर झाबुआ के जंगल में पहुंचे बाघ को पकड़ पाना वन विभाग के लिए चुनौती बना हुआ
 
Rewari लौटकर फिर झाबुआ के जंगल में पहुंचे बाघ को पकड़ पाना वन विभाग के लिए चुनौती बना हुआ

रेवाड़ी न्यूज़ डेस्क !!. राजस्थान से लौटकर झाबुआ के जंगल में पहुंची बाघिन को पकड़ना वन विभाग के लिए चुनौती है. हाल ही में बाघ भागकर राजस्थान पहुंच गया, जिससे यहां के लोगों को राहत मिली. अब फिर से झाबुआ के जंगल में बाघ की आमद से ग्रामीणों में दहशत है.

वन विभाग की टीम कई दिनों से बाघ को पकड़ने की कोशिश कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिली. सरिस्का की टीम ने बाघ को पकड़ने के लिए झाबुआ के जंगल में 10 ट्रैप कैमरे लगाए हैं, लेकिन 15 दिन से बाघ टीम की पहुंच से बाहर है. वहीं, वन विभाग के अधिकारियों ने अब बाघ को पकड़ने के लिए गुजरात के गिर से एक बड़ा और विशेष पिंजरा मंगवाया है. इस बार वन विभाग को पूरी उम्मीद है कि गुजरात से लाया गया बाघ पिंजरे में जरूर कैद होगा.

वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ को भूखा न रहने देने के लिए उसे लगातार भोजन दिया जा रहा है, जिसके कारण बाघ वापस झाबुआ जंगल में लौट आया है. संभव है कि बाघ को राजस्थान में शिकार नहीं मिला, इसलिए वह वापस लौट आया। बाघ इसलिए वापस आ गया है क्योंकि उसे झाबुआ में अक्सर मांस मिल जाता था. इस बार पूरी उम्मीद है कि मांस के लालच में बाघ पिंजरे में जरूर कैद होगा.

8 माह पहले बाघ जंगल से निकलकर रेवाड़ी चला गया था
गौरतलब है कि 8 माह पहले भी यह बाघ सरिस्का जंगल से निकलकर रेवाड़ी चला गया था. उस समय हरियाणा सीमा के पास एक गांव में वनकर्मियों पर हमला हुआ था, जिसमें एक वनकर्मी बाघ की चपेट में आ गया था, लेकिन बच गया था. उसी समय, फॉरेस्टर बेहोश हो गया। इससे पहले कोटकासिम के पास एक किसान पर हमला हुआ था. नीलगाय खाने की पुष्टि भी हुई। इस बार पिछले गुरुवार को जिले के खैरथल-तिजारा में बाघ ने 6 घंटे में 4 लोगों पर हमला कर दिया.

रेवाड़ी न्यूज़ डेस्क !!.