Allahabad 16 महीने में 1716 घर, दुकान और खेत धधके

Allahabad 16 महीने में 1716 घर, दुकान और खेत धधके
 
Allahabad 16 महीने में 1716 घर, दुकान और खेत धधके

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  जिले में अग्निकांड की घटनाओं के महज  ही उदाहरण हैं. अगर वर्ष 2022 से अब तक हुए हादसों की बात करें तो 16 महीने में 1716 घर, मकान, खेत धधक चुके हैं. जिसमें दर्जनों लोगों की जानें गईं और कई बीघा फसल जलकर राख हो गई.

अग्निशमन दिवस के मौके पर इन हादसों से निपटने के लिए सरकारी इंतजामत पर बात करना जरूरी है. इन हादसों में सबसे ज्यादा घटनाएं शार्ट सर्किट से हुईं हैं. बेशक अलीगढ़ को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल चुका है, लेकिन आग से निपटने के संसाधनों में जिला काफी पिछड़ा हुआ है. बहुमंजिला भवनों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है लेकिन अगर इन इमारतों में कोई हादसा होता है, तो अग्निशमन विभाग के पास ऐसी गाड़ियां नहीं हैं. जिनसे कई-कई मंजिला ऊंची इमारतों में लगी आग को बुझाया जा सके.

किसान की फसल में आग लगने पर मुआवजे का प्रावधान गर्मी का सीजन शुरू होते ही किसानों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. इस समय किसानों की फसल खेत में पक चुकी है. गर्मी के शुरू होते ही पुरवा हवा बहना शुरू हो जाती है. जिससे किसानों को काफी नुकसान होता है और इसी में लू भी बहने लगती है. जिससे खेत के बीच से गुजरे हाईटेंशन तार के टूटने का डर बना रहता है. कई बार इन दिनों में किसानों की फसल आग लगने से जल के राख हो जाती है. इसके मुआवजे के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री अग्निकांड खेत खलियान योजना के अतगर्त किसानों को मुआवजा देती हैं. इसके लिए किसानों को अग्निकांड पोर्टल पर अप्लाई करना होता है, इसके बाद जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद किसान के खाते में पैसा आता है.

सप्ताह से 10 दिन के अंदर खाते में आएगा पैसा गेहूं की फसल में आग लगने के बाद किसानों को जन सुविधा केंद्र के माध्यम से ई- डिस्टिक पोर्टल पर जाकर, मंडी समिति के पोर्टल के जरिए अग्निकांड पोर्टल पर आवेदन करें. इसके बाद मुख्यमंत्री अग्निकांड खेत खलियान योजना के अंतर्गत उनका वेरिफिकेशन किया जाएगा. फिर तहसील के जरिए जांच की जाएगी. इसके बाद सप्ताह से 10 दिन के अंदर मंडी समिति के द्वारा किसान के खाते में पैसा भेज दिया जाएगा. ढाई ड़ फसल में आग लगने पर 30 हजार, 5 ड़ फसल में आग लगने पर 40 हजार, उससे ऊपर 50 हजार दिए जाते हैं.

 

 

इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क