Muzaffarpur मलेरिया मरीजों को घर-घर खोजेंगी आशा कार्यकर्ता
बिहार न्यूज़ डेस्क आशा कार्यकर्ता मलेरिया के मरीजों की घर-घर खोज करेंगी. मुजफ्फरपुर सहित पूरे सूबे में यह अभियान चलेगा. राज्य वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने इसका निर्देश सभी जिलों को दिया है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने बताया कि मुजफ्फरपुर में जल्द ही आशा कार्यकर्ता मलेरिया मरीजों की खोज करेंगी. आशा कार्यकर्ता मलेरिया मच्छर पनपने की जगह भी खोजेंगी और जिनको मलेरिया के लक्षण वाली बुखार है, उनकी सूची बना पीएचसी को सौंपेंगी. इसके बाद पीएचसी से इलाज की व्यवस्था होगी. आशा को मरीज खोजने का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
जिलों से मांगी दो वर्ष के मलेरिया मरीजों की रिपोर्ट राज्य स्वास्थ्य विभाग ने जिलों से वर्ष 2021 और 2022 में स्वास्थ्य केंद्रवार मलेरिया मरीजों की रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट में विभाग ने पूछा है कि किस स्वास्थ्य केंद्र में मलेरिया के मरीज कितने हैं और वहां की जनसंख्या कितनी है. जनसंख्या के हिसाब से कितने प्रतिशत लोग मलेरिया के शिकार हुए हैं. मुजफ्फरपुर जिले में वर्ष 2021 और 2022 मिलाकर 26 मरीजों की रिपोर्ट भेजी गई है.
विभाग का कहना है कि मुजफ्फरपुर में मलेरिया के मरीज बहुत कम मिलते हैं.
प्राइवेट अस्पताल से नहीं आती है रिपोर्ट
जिला स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि प्राइवेट अस्पतालों और लैब से मलेरिया की कोई रिपोर्ट नहीं आती है. इसलिए निजी अस्पतालों में कितने मरीज मिले, इसका डाटा नहीं बन पाता है. सरकारी रिपोर्ट में वर्ष 2019 में मलेरिया के चार और 2020 में एक ही मरीज मिले थे. वहीं, वर्ष 2023 में छह मरीज मिले हैं. पीएचसी में मलेरिया की जांच किट की कमी है.
आईसीएमआर भी कर रहा है मलेरिया पर शोध
मलेरिया उन्मूलन को आईसीएमआर ने भी शोध शुरू किया है. आईसीएमआर मुजफ्फरपुर और पटना में मलेरिया की स्थिति पर शोध करेगा. इसके लिए आईसीएमआर ने जिला मलेरिया विभाग को पत्र लिखा है. यह शोध कुढ़नी स्थित शोध केंद्र में किया जाएगा. मलेरिया पर शोध करने आईसीएमआर के वैज्ञानिक 10 या इससे अधिक जगहों पर जाएंगे.
मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क