राजस्थान के इस जिले में बनेगा बाबा रामदेव का ससुराल व रानी नैतल का मायका

बाबा रामदेव के ससुर और रानी नैताल का मायका अमरकोट पाकिस्तान में है. बाबा रामदेव के ससुर और रानी नैताल की सास की देश में पहली प्रतिकृति बीकानेर जिले की कोलायत तहसील के सियाणा गांव में बनाई जाएगी.......
 
राजस्थान के इस जिले में बनेगा बाबा रामदेव का ससुराल व रानी नैतल का मायका
बीकानेर न्यूज़ डेस्क !!! बाबा रामदेव के ससुर और रानी नैताल का मायका अमरकोट पाकिस्तान में है. बाबा रामदेव के ससुर और रानी नैताल की सास की देश में पहली प्रतिकृति बीकानेर जिले की कोलायत तहसील के सियाणा गांव में बनाई जाएगी। इस पर 8 करोड़ रुपये की लागत आएगी. यह करीब पांच साल में बनकर तैयार हो जायेगा. इस मंदिर के निर्माण के लिए नींव पूजन के साथ निर्माण कार्य शुरू हो गया। इसका निर्माण अंतर्राष्ट्रीय द्वारिका रणुजा संगम संस्थान द्वारा जनता के सहयोग से किया जा रहा है।

चित्र बनेंगे, मूर्तियाँ स्थापित होंगी

रानी नैताल की मातृभूमि में लोक देवता बाबा रामदेव और रानी नैताल की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। वहीं, मंदिर परिसर में बाबा रामदेव और रानी नैताल से जुड़ी विभिन्न तस्वीरें बनाई जाएंगी. मूर्तियों और चित्रों में रानी नैताल की बाबा रामदेव से पहली मुलाकात, रानी नैताल का विवाह आदि दिखाया जाएगा।


मंदिर 60 गुणा 90 फीट के आकार में बनाया जाएगा

अंतरराष्ट्रीय द्वारिका रणुजा संगम संस्थान के संस्थापक प्रकाश सुखलेचा के मुताबिक सियाणा गांव में रानी नैताल की समाधि 60 गुणा 90 फीट की बनाई जाएगी। इसमें 15 गुणा 15 फीट का गर्भगृह होगा। मंदिर में एक प्रवेश द्वार और दो निकास द्वार होंगे। मंदिर परिसर में गार्डन, धर्मशाला, फव्वारा आदि का भी निर्माण कराया जायेगा. मंदिर के लिए गुलाब नायक, अमुराम नायक परिवार द्वारा दो बीघे जमीन दान में दी गयी है.


सियाणा-भैरव धाम के लिए प्रसिद्ध है

कोलायत तहसील में स्थित सियाणा गांव श्री सियाणा भैरव धाम के लिए प्रसिद्ध है। इस धाम में बीकानेर जिले सहित राज्य व देश के विभिन्न स्थानों से श्रद्धालु वर्ष भर भैरव धाम पहुंचकर दर्शन व पूजा-अर्चना करते रहते हैं। बाबा रामदेव का ससुराल और रानी नैताल का मायका सियाणा गांव में बनने से यह स्थान लोकतीर्थ के नाम से प्रसिद्ध हो जाएगा। हर साल यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। रुणिचा धाम जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी यह आस्था और भक्ति का केंद्र बनेगा।