Bhagalpur अनदेखी छौड़ाही राजीव गांधी सेवा केन्द्र के अस्तित्व पर मंडरा रहा संकट

Bhagalpur अनदेखी छौड़ाही राजीव गांधी सेवा केन्द्र के अस्तित्व पर मंडरा रहा संकट
 
Bhagalpur अनदेखी छौड़ाही राजीव गांधी सेवा केन्द्र के अस्तित्व पर मंडरा रहा संकट

बिहार न्यूज़ डेस्क  सरकार एक ओर मनरेगा के तहत पंजीकृत मजदूरों को साल में 100 दिन का रोजगार देने के साथ पंचायत स्तर पर कार्यालय खोलकर हर सुविधा देने की बात कह रही है. किंतु विभागीय सुस्ती से पंचायतों में मनरेगा से निर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्र के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है.

मालूम हो कि वर्षो पूर्व तकरीबन 10 लाख रुपए की राशि से प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में राजीव गांधी सेवा केन्द्र का निर्माण कराया गया. इसमें पंचायत रोजगार सेवक व मजदूरों के बैठने के लिए मानक के अनुसार कमरे भी बनाए गए. इसी क्रम में देखते ही देखते आठ वर्ष से अधिक का समय बीत गया लेकिन आज तक कार्यालय का ताला खुलना तो दूर जिम्मेदार कर्मी उक्त कार्यालय आना मुनासिब तक नहीं समझे. इसी परिस्थिति में भवन की स्थिति रखरखाव के अभाव में बदतर होती चली गई और इसके प्लास्टर व फर्श झड़ने लगें हैं और भवन का रंग-रोधन भी खराब होता जा रहा है. आलम यह है कि पंचायत स्तरीय राजीव गांधी सेवा केन्द्र में कार्यालय संचालित नहीं होने पर अब स्थानीय लोगों ने धीरे-धीरे उस पर अवैध कब्जा जमाना शुरू कर दिया है. जिससे यह साबित हो रहा है कि कैसे उक्त भवन के निर्माण में सरकारी राशि फिजूल में खर्च दी गई. ग्रामीण मोनू सिंह, रामबहादुर सुमन, अरूण कुशवाहा, वीरेश्वर चौरसिया, संजय चौधरी, शिवशंकर राय समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं का कहना हुआ कि पंचायतों में मनरेगा का राजीव गांधी सेवा केन्द्र कागजों पर सिमटकर रह गया है. जिसके भवन निर्माण में व्यापक रूप से सरकारी राशि का बंदरबांट किया गया बल्कि जनता के टैक्स का पैसा भी पानी की तरह बहाया गया है. बताया कि इधर हाल के दिनों में प्रधानमंत्री आवास योजना के सर्वेक्षण में मनरेगा जॉब कार्ड की अनिवार्यता से लाभुकों को प्रखंड स्थित मनरेगा कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है. राजीव गांधी सेवा केंद्र में पंचायत रोजगार सेवक नियमित बैठकर कार्य का संपादन करते तो जॉब कार्ड बनाने वाले लाभुकों को पंचायत स्तर पर सहूलियत इधर-उधर भाग दौड़ करना नहीं पड़ता. ग्रामीणों की मानें तो इसकी शिकायत अधिकारियों से करते हैं तो वे इन बातों को अनसुनी कर देते हैं. इस कारण वर्षों पूर्व मजदूरों की सहूलियत के लिए बना भवन अधिकारियों का मुंह चिढ़ा रहा है. राजनीतिक दल के नेता व प्रबुद्ध लोगों ने प्रखंड व जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए भवन के अस्तित्व बचाने के लिए नियमित राजीव गांधी सेवा केन्द्र के संचालन कराने का अनुरोध किया है.

बोले अधिकारी

मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारी मनीष झा ने बताया कि पंचायत स्तर पर मनरेगा के सभी कार्य संपादन हेतु पत्र निकाला गया है. लाभुकों के सहूलियत के लिए ग्राम पंचायत के मुखिया का भी सहयोग आवश्यक है. प्रखंड मुख्यालय में जुट रही लाभुकों की भीड़ को देखते हुए राजीव गांधी सेवा केंद्र को सुचारू रूप से संपादित करने की दिशा में आवश्यक पहल की जा रही है.

 

भागलपुर न्यूज़ डेस्क