Aligarh हाथरस में भाजपा प्रत्याशी अनूप प्रधान की बड़ी जीत

Aligarh हाथरस में भाजपा प्रत्याशी अनूप प्रधान की बड़ी जीत
 
Aligarh हाथरस में भाजपा प्रत्याशी अनूप प्रधान की बड़ी जीत

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  अनूप वाल्मीकि की जीत के साथ-साथ हाथरस के तीनों विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष फर्स्ट डिवीजन पास हो गये. इन सभी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी. अनूप की ऐतिहासिक जीत के बाद सभी विधायक गदगद नजर आये.

भाजपा हाईकमान ने अपनी प्रदेश सरकार के राजस्व मंत्री अनूप वाल्मीकि को मैदान में उतारा,क्योंकि हाथरस भाजपा के लिए सुरक्षित गढ़ माना जाता है. 1991 से भाजपा लगातार यहां जीतती हुई आ रही है. वर्तमान में भाजपा के दो विधायक है. हाथरस में अंजुला सिंह माहौर और सिकंदराराऊ में वीरेन्द्र सिंह राणा भाजपा के विधायक है. इस चुनाव में रालोद भी भाजपा के साथ है. सादाबाद सीट रालोद के खाते में यहां है. यहां प्रदीप चौधरी विधायक है. इसके साथ ही पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष है. उनके पति खुद पांच बार के विधायक रह चुके है.

अनूप का मुकाबला गठबंधन प्रत्याशी जसवीर वाल्मीकि से हुआ. अनूप वाल्मीकि ने पहले ही राउण्ड से बढ़त बना ली. विपक्षी दल के प्रत्याशी किसी भी राउण्ड में उनसे आगे नहीं निकल सके. आखिर में अनूप वाल्मीकि ने रिकार्ड मतों से जीत हासिल की.

जैसे ही परिणाम आए तो एमजी पॉलीटेक्निक के बाहर जमा भाजपा समर्थकों ने मोदी-योगी के जिदांबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया. भाजपाइयों ने खूब जश्न मनाया. जगह-जगह मिठाइयां बांटी गईं. देर शाम को जीत का प्रमाण पत्र लेने के बाद अनूप वाल्मीकि जैसे ही बाहर निकले तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें गोद में उठा लिया. अनूप वाल्मीकि ने 5,54,746 मत प्राप्त किए. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी गठबंधन सपा प्रत्याशी जसवीर वाल्मीकि को शिकस्त दी है.

जीत का अंतर देख विपक्षी खिसक लिए दोपहर एक बजे जब बढ़त काफी अधिक हो गयी. तो विरोधी उम्मीदवारो ओर उनके एजेंटों के चेहरे के भाव बदल गए. अपने उम्मीदवार की हार होती देख तमाम एजेंट मत गढ़ना स्थल से खिसक लिए. चुनाव हारने वाले उम्मीदवार अब अपनी हार पर मंथन करने में जुट गए हैं. आखिरकार कहा क्या चूक हो गयी. जिस वजह से हार का सामना करना पड़ा.

 

 

अलीगढ़ न्यूज़ डेस्क