महिला व बाल विकास मंत्रालय के चिन्तन शिविर में शामिल हुए सीएम भजनलाल, देखें वीडियो

महिला व बाल विकास मंत्रालय के चिन्तन शिविर में शामिल हुए सीएम भजनलाल, देखें वीडियो
 
महिला व बाल विकास मंत्रालय के चिन्तन शिविर में शामिल हुए सीएम भजनलाल, देखें वीडियो

महिलाओं एवं बच्चों के समग्र विकास एवं कल्याण से जुड़ी चुनौतियों एवं उनके समाधान पर विचार-मंथन शिविर का शुक्रवार को उदयपुर में शुभारंभ हुआ। इस शिविर में देश के कई राज्यों की महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्रियों ने भाग लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा- केंद्र से जितना पैसा आता है, नीचे भी उतनी ही राशि मिलती है

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि चिंतन शिविर में कई विषय उभर कर आएंगे और हम उन विषयों को शामिल करेंगे। चर्चा और निष्कर्ष के बाद इसे क्रियान्वित किया जाएगा और इससे ही महिला एवं बाल विकास विभाग को मजबूती मिलेगी। इसकी सबसे छोटी इकाई आंगनवाड़ी है। पहली गुरु मां होती है और फिर आंगनवाड़ी केंद्रों में छोटे बच्चों की देखभाल की जाती है। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय सेवा की भावना को प्रतिबिंबित करने वाला मंत्रालय है। हमारे केन्द्रों को और बेहतर बनाने के लिए एक कार्य योजना बनाएं।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि जब तक हम किसी चीज का मूल्यांकन नहीं करेंगे, हमें जमीनी स्तर के परिणाम पता नहीं चलेंगे। हमें अपनी योजनाओं का मूल्यांकन करना होगा, यदि मूल्यांकन सही होगा तो योजनाएं बेहतर बनेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे कई पूर्व प्रधानमंत्री कहा करते थे कि दिल्ली से एक रुपया चलता है और जमीन पर सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं। अब मोदी सरकार आने के बाद अगर आप 100 रुपए भेजेंगे तो आपको नीचे पूरे 100 रुपए मिलेंगे।

मंत्रालय भारत की छवि में रंग भरने के लिए काम कर रहा है।

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि हमारा विभाग महिला सशक्तिकरण के लिए भविष्य के भारत की तस्वीर में रंग भरने का काम कर रहा है। 2009 में बाल संरक्षण का बजट 60 करोड़ रुपये था जो अब 1,500 करोड़ रुपये हो गया है।

मोदी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि बाल संरक्षण कार्य में कोई खामी न रहे। आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण के साथ-साथ शिक्षा भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सुसंस्कृत ग्राम पंचायत का शुभारंभ किया, जिसका लाभ हर गांव को मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि मंत्रालय नीतियों को आगे बढ़ाता है लेकिन उनका क्रियान्वयन राज्य सरकारों द्वारा किया जाता है, इसलिए आपके नवाचारों और अनुभवों को जानने के लिए यह शिविर आयोजित किया गया है ताकि जो भी सुझाव और नवाचार आएंगे उन पर हम विचार करेंगे और उन्हें आगे बढ़ाएंगे।

देश के विभिन्न राज्यों से आए आईसीडीएस मंत्री एवं अधिकारीगण
इससे पहले उदयपुर के होटल रेडिसन ब्लू पैलेस में आयोजित चिंतन शिविर में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, उपमुख्यमंत्री ओडिशा की मंत्री प्रभाती परिदा, राजस्थान की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मंजू बाघमार और अनिल मलिक, सचिव, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने भाग लिया।

उद्घाटन सत्र में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र अब सिर्फ बच्चों को शिक्षित करने तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि पोषण की दिशा में भी काम कर रहे हैं। मोदी सरकार की प्राथमिकताएं गरीब, युवा और किसान हैं।

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और राजस्थान सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन महिला एवं बाल विकास मंत्री ने किया। इससे पहले यहां मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों का स्वागत किया गया।

इससे पहले मुख्यमंत्री के आगमन पर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, जनजातीय कार्य मंत्री बाबूलाल खराड़ी, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मंजू बागमार, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव महेंद्र सोनी, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, आई.जी. राजेश मीना, जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल आदि उपस्थित थे। द्वारा स्वागत किया गया।

सर्वोत्तम नवाचारों पर अपने विचार साझा करें

शिविर के दौरान, महिलाओं और बच्चों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए सफल पहलों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सर्वोत्तम नवाचारों और प्रथाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, इस बात पर भी चर्चा की जाएगी कि लाभार्थियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए इन प्रथाओं को और अधिक जिलों तक कैसे विस्तारित किया जा सकता है।