Siwan वेतन के लिए डिलीवरी कर्मियों ने की हड़ताल

Siwan वेतन के लिए डिलीवरी कर्मियों ने की हड़ताल
 
Siwan वेतन के लिए डिलीवरी कर्मियों ने की हड़ताल

बिहार न्यूज़ डेस्क गिग वर्कर्स एसोसिएशन और अमेजॉन इंडिया वर्कर्स यूनियन के आह्वान पर पटना के डिलीवरी कर्मियों ने एक दिवसीय हड़ताल कर गर्दनीबाग में धरना दिया.

इसमें विभिन्न कंपनियों के ऑनलाइन डिलीवरी कर्मी शामिल हुए. हड़ताल के कारण पटना के प्रमुख इलाके जैसे बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र, सगुना मोड़, कंकड़बाग और अन्य क्षेत्रों में डिलीवरी सेवाएं ठप रहीं. गिग वर्कर्स एसोसिएशन के बिहार प्रभारी अभिषेक कुमार ने बताया कि डिलीवरी वर्कर्स 12-14 घंटे तक काम करते हैं और समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं. इसके बावजूद उन्हें सामाजिक सुरक्षा, बीमा या दुर्घटना सुरक्षा जैसी सुविधाएं नहीं मिलती. हमारी मांगें है कि गिग श्रमिकों के लिए एक न्यूनतम वेतन तय किया जाए. साल में दो बार महंगाई दर के अनुसार रेट कार्ड में वृद्धि सुनिश्चित हो.

गिग वर्कर्स को ईएसआई और पीएफ की सुविधा देने के साथ श्रमिकों के लिए दुर्घटना सुरक्षा का कानून बनाया जाए. इसके अलावा गिग वर्कर्स के लिए एक केंद्रीय कानून लागू करने के साथ कर्मचारी का दर्जा दिया जाए. गिग वर्कर्स ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो यह आंदोलन और बड़े स्तर पर किया जाएगा. अमेजॉन इंडिया वर्कर्स यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि गिग वर्कर्स को संविधान के अनुच्छेद 19 के तहत संगठित होने और संगठन बनाने का मौलिक अधिकार है. कंपनियों ने इस अधिकार पर भी चोट पहुंचाने की कोशिश की.

युवक की हत्या से उग्र लोगों ने किया हंगामा, तोड़फोड़

थाना क्षेत्र के लोदीपुर में हुई अनमोल कुमार की हत्या से आक्रोशित लोगों ने  हंगामा किया. लोगों ने आरोपित पक्ष के घरों पर धावा बोलकर तोड़फोड़, आगजनी की गई. एसडीपीओ 2 पंकज कुमार व अन्य पुलिस अधिकारी पहुंचकर लोगों को शांत कराने में लगे रहे, लेकिन उग्र लोगों ने हत्यारोपितों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे.

पुराने विवाद में दो गुटों में  गोलीबारी में उदय सिंह के पुत्र अनमोल कुमार की गोली लगने से मौत हुई थी. घटना की जानकारी पर मौके पर ग्रामीण एसपी विक्रम सुहाग भी पहुंचे. पुलिस टीम के साथ ही फॉरेंसिक टीम ने भी जांच की.  पोस्टमार्टम के बाद शव के गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया. स्वजनों की रो रोकर बुरा हाल हो रहा था. शव आने से पूर्व प्रशासन की ओर से गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. अनहोनी की आशंका को देखते हुए चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी. पुलिस की देखरेख में अंत्येष्टि बैकठपुर गंगा घाट पर की गई. गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की विशेष तैनाती की गई है. बाबजूद गांव में गहरा तनाव व्याप्त है. घटना के बाद आरोपित गांव घर छोड़कर फरार हैं. इस जघन्य हत्याकांड में पुलिस द्वारा कृत कारवाई या गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं है.

 

सिवान न्यूज़ डेस्क