Agra टाउनशिप के बैनामे में मिला पहला ही चेक बाउंस

Agra टाउनशिप के बैनामे में मिला पहला ही चेक बाउंस
 
Agra टाउनशिप के बैनामे में मिला पहला ही चेक बाउंस

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   आगरा विकास प्राधिकरण की ग्वालियर रोड (ककुआ भांडई) पर प्रस्तावित टाउनशिप के पहले बैनामे में काश्तकार को मिला चेक ही बाउंस हो गया. विकास प्राधिकरण ने  पहला बैनामा किया था. काश्तकार को एक करोड़, चार हजार रुपये का चेक दिया था. किसान ने अपने खाते में  ही चेक लगा दिया था लेकिन  बैंक ने चेक वापस (बाउंस) कर दिया. इससे किसान परिवार के होश उड़ गए तो विकास प्राधिकरण में भी हड़कंप मच गया. प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि उनके खाते में पैसे की कमी नहीं है. तकनीकी खामी से चेक वापस हुआ है.

आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ग्वालियर रोड पर ककुआ और भांडई गांव की जमीन लेकर वहां टाउनशिप बना रहा है. इसके लिए करीब 138.5365 हेक्टेयर भूमि की खरीद की जा रही है. एडीए किसानों को वर्तमान सर्किल दर से चार गुना मुआवजा दे रहा है.  एडीए और प्रशासन की टीम ने जमीन का पहला बैनामा कराया था. जमीन के मालिक आनंद कुंज बोदला निवासी निहालेंद्र कुमार राणा ने बैनामा किया था. उनकी तीन खसरों में करीब 0.1191 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री कराई गई.

इसके एवज में निहालेंद्र को 1,00,04,400 (एक करोड़, चार हजार चार सौ रुपये) का चेक दिया गया था. यह चेक बैंक ऑफ इंडिया का था. चेक पर विकास प्राधिकरण की सचिव श्रद्धा शांडिल्यायन के हस्ताक्षर थे. निहालेंद्र कुमार राणा ने बताया कि उन्हें  ही चेक कैनरा बैंक की सिकंदरा शाखा लगा दिया था.  उनके मोबाइल पर बैंक से मैसेज में आ गया था, जिसमें लिखा था एडवाइज नाट रिसीव की वजह से चेक वापस किया जा रहा है. यह देखकर किसान के होश उड़ गए तुरंत बैंक में संपर्क किया गया तो बैंक के अधिकारियों ने बताया कि हेड ऑफिस से चेक वापस हो गया है. इतनी बड़ी रकम का चेक वापस होने किसान के परिवार के वाले परेशान हो गए. ये घटना चर्चा का विषय बन गई है.

तकनीकी गड़बड़ी की वजह से चेक हुआ वापस

विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने देर शाम तक मामले की पड़ताल की. तब पता चला कि तकनीकी खामी की वजह से चेक वापस हुआ है. अधिकारियों का कहना है कि पांच लाख रुपये से अधिक की धनराशि के चेक के साथ पीपीएस फॉर्म भरना होता है जिसके आधार पर संबंधित बैंक चेक जारी होने वाली बैंक से संपर्क कर चेक क्लियरेंस की एडवाइज लेती है. उसके बाद चेक क्लियर किया जाता है. यहां पीपीएस फॉर्म नहीं भरा गया था.

चेक हमारे से यहां चला गया था. दरअसल पांच लाख रुपये अधिक राशि पीपीएस फॉर्म देना होता है. ये नहीं भरा था. आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक यह आवश्यक होता है. इसलिए चेक वापस हुआ है. विकास प्राधिकरण के खाते में तो करीब 100 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि है. आज प्रकरण का हल किया जाएगा.

- श्रद्धा शांडिल्यायन,

सचिव आगरा विकास प्राधिकरण

विकास प्राधिकरण के अधिकारी क्या कह रहे हैं इसका मुझे पता नहीं है. मैंने तो खाते में चेक लगा दिया था. अगले दिन मुझे पता लगा कि चेक वापस कर दिया गया है. इससे मुझे काफी हताशा हुई है. मेरा त्योहार खराब कर दिया. मेरे परिवार के लोग इस घटना से सदमे में हैं और समझ नहीं पा रहे कि आखिर ऐसा क्यों हुआ. मेरे खाते से एक हजार रुपये और कट गए.

- निहालेंद्र कुमार राणा, काश्तकार

खाते में 100 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि

पहला ही चेक वापस होने से विकास प्राधिकरण अधिकारियों के होश उड़ गए. सहायक सहायक भू अर्जन अधिकारी दयाचंद पौरुष ने इस मामले में किसान से बात की. प्रकरण की जानकारी विकास प्राधिकरण की अध्यक्ष अनीता यादव को दी गई. अनीता यादव ने विकास प्राधिकरण के वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों से बात की. वित्त विभाग के अधिकारियों और बैंक के अधिकारियों ने बताया कि जिस खाते का चेक काश्तकार को दिया गया था उस खाते में 100 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि है.

655 करोड़ रुपये बंटेगा मुआवजा

आगरा विकास प्राधिकरण के टाउनशिप के के लिए करीब 655 करोड़ रुपये का मुआवजा बांटेगा. शासन से प्राधिकरण को करीब 150 करोड़ रुपये मिल चुके हैं. 138.5365 हेक्टेयर भूमि की खरीद के लिए 1040 किसानों को मुआवजे का वितरण किया जाएगा. 898 किसानों की प्राधिकरण को पहले ही अनुमति मिल चुकी थी.

 

 

आगरा न्यूज़ डेस्क