Motihari जर्जर भवन में चल रहा घोघरडीहा पशु अस्पताल

Motihari जर्जर भवन में चल रहा घोघरडीहा पशु अस्पताल
 
Motihari जर्जर भवन में चल रहा घोघरडीहा पशु अस्पताल

बिहार न्यूज़ डेस्क  पिछले एक दशक से अधिक समय से प्रखंड का राजकीय पशु चिकित्सालय जर्जर भवन में चल रहा है. बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता है. जिससे कमरे में रखी दवाईयां बर्बाद हो रही है. राजकीय पशु चिकित्सालय पर प्रखंड की 17 पंचायतें एवं एक नगर पंचायत के साथ हजारों पशुओं की स्वास्थ्य की जिम्मेदारी है. प्रत्येक दिन दर्जनों पशुपालक चिकित्सालय पहुंचकर जरूरत के अनुरूप दवाइयां लेते हैं.

पशुपालकों को भवन की जर्जरता के कारण जो सुविधा मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पा रही है. चिकित्सालय में कर्मियों का भी अभाव है. 17 पंचायत व एक नगरपंचायत में लगभग 60 हजार से अधिक विभिन्न प्रकार की पशु हैं. चिकित्सालय में एक भ्रमणशील पशु चिकित्सक के साथ एक कार्यालय कर्मी ही हैं. जबकि पूर्व में दो कर्मी व एक चिकित्सक हुआ करते थे. चिकित्सालय के समीप गढ़ा रहने से सालों भर गन्दा पानी लगा रहता है. जिसके कारण चिकित्सालय के समीप गंदगी फैली रहती है. वहीं भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आयुष रंजन ने बताया कि राजकीय पशु चिकित्सालय भवन निर्माण के लिए प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुकी है. जल्द ही अस्पताल का नया भवन बनेगा.

आठ मामलों को निष्पादन

भूमि विवाद को निपटारे के लिए  घोघरडीहा थाना परिसर में जनता दरबार लगाया गया. जनता दरबार मे फरियादी जमीन संबंधी विवादों को सुलझाने थाना पहुंचे थे. इस दौरान जनता दरबार मे कुल एक दर्जन जमीन विवाद के मामले आए.

जिसमें ऑन द सपॉट आठ मामले का निष्पादन किया गया. वहीं चार मामलों में सुनवाई की अगली तिथि  दी गई. थानाध्यक्ष सर्वेश कुमार व कर्मचारी सुजीत कुमार की मौजूदगी में लगाए गए जनता दरबार में थाना क्षेत्र के कई लोग अपनी -अपनी जमीन से संबंधित समस्याओं को लेकर पहुंचे थे. चार मामले में पर्याप्त साक्ष्य नहीं रहने के कारण मामले की सुनवाई अगले  दी गई. पूर्व में दोनों पक्षों को नोटिस भेजकर ससमय उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था.

 

मोतिहारी  न्यूज़ डेस्क