Gorakhpur 11 नए उपकेंद्र खुलेंगे, 13 की क्षमता बढ़ेगी, इंडस्ट्रियल क्षेत्र वाले उपकेंद्रों पर होगी कैपसिटर बैंक की स्थापना

Gorakhpur 11 नए उपकेंद्र खुलेंगे, 13 की क्षमता बढ़ेगी, इंडस्ट्रियल क्षेत्र वाले उपकेंद्रों पर होगी कैपसिटर बैंक की स्थापना
 
Gorakhpur 11 नए उपकेंद्र खुलेंगे, 13 की क्षमता बढ़ेगी, इंडस्ट्रियल क्षेत्र वाले उपकेंद्रों पर होगी कैपसिटर बैंक की स्थापना

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  इस बार प्रचंड गर्मी ने बिजली निगम की पोल खोलकर रख दी है. सितंबर में पड़ रही गर्मी के बीच भी कटौती का सिलसिला जारी है. कटौती का यह खेल पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड तक भी पहुंच चुका है. इसे देखते हुए निगम ने अभी से अगले साल की गर्मी से बचाव की तैयारियों में जुट गया है.

शहरी क्षेत्र में 11 उपकेंद्रों के साथ 13 की क्षमता वृद्धि सहित 19 काम के प्रस्ताव पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को भेजे गए हैं. इन कामों पर 1100 करोड़ से अधिक रुपये खर्च किए जाएंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि सभी कामों पर मुहर लग सकता है.

शहरी क्षेत्र में बिजली कटौती का सिलसिला अभी भी जारी है. अघोषित कटौती से उपभोक्ताओं का सब्र भी जवाब दे चुका है. यही कारण है कि लोग सड़कों से लेकर उपकेंद्रों पर पहुंचकर हंगामा मचा चुके हैं. इसे देखते हुए शहरी क्षेत्र के 13 उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि की जाएगी. इन उपकेंद्रों में लाल डिग्गी, सर्किट हाउस, विश्वविद्यालय, रुस्तमपुर, धर्मशाला, औद्योगिक क्षेत्र, सूरजकुंड, मोहद्दीपुर, राप्तीनगर न्यू, पादरी बाजार शामिल हैं. इन उपकेंद्रों के क्षमता वृद्धि पर 18.2 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

इसके अलावा नौ उपकेंद्रों पर अतरिक्त पॉवर परिवर्तक की स्थापना की जाएगी. इनमं  नार्मल, रानीबाग, तारामंडल, दुर्गाबाड़ी, बक्शीपुर ओल्ड, खोराबार, शाहपुर, राप्तीनगर ओल्ड पादरी बाजार शामिल हैं.

बताया जा रहा है कि इन उपकेंद्रों पर सबसे अधिक लोड भी है. इस साल सबसे अधिक कटौती भी इन्हीं इलाकों में हुई है. इस काम पर निगम 22.3 करोड़ रुपये खर्च करेगा. वहीं, लगातार हो रहे फाल्ट को ध्यान में रखते हुए 33 केवी 401 किलोमीटर लाइन का निर्माण किया जाएगा.

इसमें 236.8 करोड़ खर्च होंगे. जबकि, 11 केवी लाइन के 160 किलोमीटर के निर्माण पर 73.4 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. 563 नए अतरिक्त वितरण परिवर्तकों की स्थापना भी की जाएगी. इस पर 60.2 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इससे सुविधाओं का तेजी से विस्तार होगा ही लोगों को भी बिजली कटौती से मुक्ति मिलेगी.

11 नए उपकेंद्र बनाने की तैयारी शहरी क्षेत्र में लोड की समस्या को ध्यान में रखते हुए 11 नए उपकेंद्र बनाने की तैयारी है. इन उपकेंद्रों में गोलघर न्यू, लाल डिग्गी न्यू, तारामंडल न्यू, नौसढ़, सूरजकुंड न्यू, नंदानगर, दिव्यनगर, मोहद्दीपुर कैंपस, शाहपुर न्यू, चरगांवा ब्लॉक, खोराबार न्यू शामिल है. इन उपकेंद्रों के निर्माण पर करीब 46 करोड़ से अधिक रुपये खर्च होंगे. इसके अलावा 11 केवी रिंग मेन यूनिट की स्थापना पर 23.7 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. वहीं, अतिरिक्त एलटी लाइन की स्थापना, नए एलटी सर्किट का निर्माण, जर्जर एबी केबल बदलकर उनकी क्षमता वृद्धि के लिए 2508 किलोमीटर तार लगाए जाएंगे. इस पर 288 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

इंडस्ट्रियल एरिया में होगी कैपसिटर बैंक की स्थापना इंडस्ट्रियल एरिया में बिजली की खपत सबसे अधिक है. इसकी वजह से उसके आसपास के इलाकों में बिजली की सप्लाई ठीक नहीं मिलती है. इसे ध्यान में रखते हुए इंडस्ट्रियल एरिया के सभी फीडरों पर कैपसिटर बैंक की स्थापना की जाएगी. इस बैंक की स्थापना से ऑटोमैटिक लोड घट-बढ़ जाएगा. इससे लोगों को सप्लाई बेहतर मिलेगी. इसके अलावा अलग-अलग क्षमता के 151 सीएसएस कंपैक्ट सब स्टेशन की स्थापना की जाएगी.इस काम में कुल 60 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 11 केवी पोषकों के विभक्तिकरण पर 53.6 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

 

 

गोरखपुर न्यूज़ डेस्क