Gorakhpur बढ़े सम्पत्तिकर से कैंप में मिली राहत
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क नगर निगम के जीआईएस सर्वेक्षण के उपरांत महानगरवासियों के सम्पत्तिकर में काफी इजाफा हो गया था. बढ़े सम्पत्तिकर से परेशान लोगों की आपत्तियों का निस्तारण भी काफी धीमा था. समस्या समाधान के लिए निगम परिसर में मेगा कैंप लगा तो काफी संख्या में महानगरवासियों को राहत मिली.
निगम सभागार में की सुबह 11 बजे कैंप की शुरूआत हुई. मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जोन 04 और 05 की आपत्तियों पर सुनवाई हुई. नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने भी करदाताओं की समस्याओं को सुना. मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय कुमार राय ने बताया कि जोन चार की कुल 11 और जोन पांच की 14 आपत्तियों का मौके पर ही निस्तारण कराया गया. मसलन केदार प्रसाद निवासी लच्छीपुर के भवन का वार्षिक मूल्यांकन 945 रुपये था, जीआईएस सर्वेक्षण में 11760 निर्धारित था, शिविर में सुनवाई उपरांत 6487 निर्धारित हुआ. पुष्पा देवी का वार्षिक मूल्याकन 945 रुपये से बढ़ कर 8400 निर्धारित था. जॉच में यह मूल्यांकन सही मिला. मूल्यांकन से वे संतुष्ट भी रही. आपत्ति निस्तारण के साथ ही नागरिकों को कर निर्धारण और कर की गणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई. शिविर में अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा, सहायक नगर आयुक्त अविनाश प्रताप सिंह, जोनल अधिकारी संतोष कुमार मिश्र, कर अधीक्षक विपूल विक्रम राय, ओम प्रकाश यादव, समस्त राजस्व निरीक्षक, निरीक्षक श्रेणी-2, नायब मोहर्रिर, लिपिक, जीआईएस टीम के सदस्य उपस्थित रहे.
कैंप में मिली अधिकांश आपत्तियां निस्तारित हो गई. कुछ को एतराज था तो उनका मौका मुआयना कर समाधान दिया जाएगा. जल्द ही ऐसे और शिविर आयोजित किए जाएंगे. अवकाश के दिनों में और संभव दिवस पर भी इस प्रकार के शिविर आयोजित होंगे.
- गौरव सिंह सोगरवाल, नगर आयुक्त
गोरखपुर न्यूज़ डेस्क