आज से 6 महीने के लिए बंद हुआ जैसलमेर एयरपोर्ट, वीडियो में देखें अब पर्यटन सीजन तक करना पड़ेगा इंतजार

स्वर्णनगरी जैसलमेर का सिविल एयरपोर्ट आज, गुरुवार से छह महीनों के लिए पूरी तरह से सूना हो जाएगा। अब यात्रियों को अक्टूबर 2024 तक हवाई सेवाओं के फिर से शुरू होने का इंतजार करना पड़ेगा। इस फैसले के चलते स्थानीय निवासियों के साथ-साथ देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी निराशा का सामना करना पड़ेगा।
गौरतलब है कि इंडिगो एयरलाइंस ने अक्टूबर 2023 में विंटर शेड्यूल के तहत जैसलमेर से दिल्ली, मुंबई और जयपुर के लिए अपनी हवाई सेवाएं शुरू की थीं। लेकिन अब यह सेवा गर्मियों के सीजन में स्थगित कर दी गई है। इंडिगो का यह निर्णय हर साल की तरह इस बार भी गर्मियों में कम यात्री भार और आर्थिक कारणों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
पर्यटन पर असर, स्थानीय लोग भी परेशान
जैसलमेर का पर्यटन मुख्यतः अक्टूबर से मार्च तक चरम पर रहता है, जब देश-विदेश से हजारों सैलानी थार रेगिस्तान और ऐतिहासिक धरोहरों को देखने आते हैं। गर्मियों के दौरान यहां पर्यटकों की संख्या में गिरावट आने के कारण हवाई सेवाओं की मांग भी घट जाती है। यही वजह है कि हर साल गर्मियों के महीनों में एयरलाइंस अपनी उड़ानें स्थगित कर देती हैं।
स्थानीय व्यापारियों और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों ने हवाई सेवाएं बंद होने पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि कुछ पर्यटक गर्मियों में भी यहां आते हैं, लेकिन अब हवाई सेवा बंद होने के कारण उन्हें सड़क मार्ग या रेलवे का सहारा लेना पड़ेगा, जिससे समय और सुविधा दोनों पर असर पड़ेगा। वहीं, स्थानीय लोगों को भी किसी आपातकालीन यात्रा के लिए जोधपुर या अन्य शहरों से फ्लाइट पकड़नी पड़ेगी।
अक्टूबर में फिर बहाल होंगी उड़ानें
इंडिगो एयरलाइंस ने घोषणा की है कि अक्टूबर 2024 से विंटर शेड्यूल में फिर से जैसलमेर से दिल्ली, मुंबई और जयपुर के लिए उड़ान सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। यह सेवा मुख्यतः पर्यटन सीजन को ध्यान में रखते हुए बहाल की जाती है। विंटर शेड्यूल में यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण एयरलाइंस को अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है।
एयरपोर्ट बना रहेगा ऑपरेशनल, लेकिन फ्लाइट नहीं
हालांकि जैसलमेर सिविल एयरपोर्ट पर इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टाफ की उपस्थिति बनी रहेगी, लेकिन नियमित यात्री उड़ानों का संचालन अक्टूबर तक नहीं किया जाएगा। कुछ चार्टर्ड फ्लाइट्स या विशेष परिस्थितियों में ही हवाई संचालन की संभावना है।