Kanpur में दबंगों ने की युवती से बर्बरता बाल छीले और हाथों की नसें काटीं

Kanpur में दबंगों ने की युवती से बर्बरता बाल छीले और हाथों की नसें काटीं
 
Kanpur में दबंगों ने की युवती से बर्बरता बाल छीले और हाथों की नसें काटीं

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  कुरारा क्षेत्र के एक गांव में देररात दबंगों ने रंजिश में घर में घुसकर 19 वर्षीय युवती के साथ बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं. पहले युवती को जमकर मारापीटा, फिर उसके हाथ-पैर बांधकर दोनों हाथों की कलाइयां ब्लेड से जख्मी कर दीं. पेट चाकू से कुरेदा, जिससे खून छलछला उठा. बाद में बेइज्जत करने की नीयत से सिर के बाल भी छील दिए. पीड़िता की अगले माह  में शादी होने वाली है. पुलिस ने पीड़िता के पिता की तहरीर पर गांव के दो युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.

पीड़िता ने बताया कि देररात दो बजे उसकी आंख खुली तो आंगन में किसी के होने की आहट मिली. वह बाहर निकली, उसे आंगन में मौजूद गांव के ही नत्थू ने पकड़ लिया और उसका मुंह दबा लिया. इसी दौरान उसका साथी मनोज दीवार फांदकर अंदर आ गया और उसने उसके मुंह में पन्नी ठूंसकर हाथ-पैर बांध दिए. दोनों ने कलाइयों को ब्लेड से जख्मी कर दिया. पेट को चाकू से कुरेदा और ब्लेड से सिर के बाल छील दिए. दूसरे कमरे में पिता के जागने की आहट पाकर दोनों निकल भागे. घिसटते हुए वह मां के पास पहुंची और धक्का देकर उनको जगाया. मां ने शोर मचाकर पिता को जगाया. पिता ने थाने में फोन कर घटना की सूचना दी. सुबह पुलिस गांव पहुंची, परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व इन युवकों से विवाद हुआ था, बेटी की अगले माह शादी होने वाली है जिसमें रुकावट डालने की नीयत से उसके बाल छीले गए हैं. सीओ सदर राजेश कमल के अनुसार तहरीर पर नामजद केस दर्ज किया है.

सीएमओ के प्रमाणपत्र पर ही शिक्षकों को मिलेगी छुट्टी

प्रस्तावित 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए यूपी बोर्ड ने शिक्षकों व प्रधानाचार्यों की ड्यूटी लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यूपी बोर्ड ने हर साल की तरह साफ किया है कि उन्हीं शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को चिकित्सकीय अवकाश मिलेगा जो सीएमओ का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करेंगे.

सचिव भगवती सिंह की ओर से जारी पत्र में लिखा है कि बोर्ड परीक्षा में प्राय यह देखा गया है कि कुछ प्रधानाचार्य व अध्यापक केंद्र व्यवस्थापक एवं कक्ष निरीक्षक का कार्य नहीं करना चाहते हैं और अस्वस्थता प्रमाणपत्र प्रस्तुत कर छुट्टी ले लेते हैं. इससे जिला विद्यालय निरीक्षक को परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यस्थापक व कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति में कठिनाई का सामना करना पड़ता है. बोर्ड परीक्षाओं के सफल संचालन के मद्देनजर यह तय किया गया है कि परीक्षा से पूर्व जो प्रधानाचार्य, अध्यापक, कर्मचारी चिकित्सकीय अवकाश के लिए आवेदन करें, उन्हें सीएमओ के पास उनकी अस्वस्थता की पुष्टि कराने व चिकित्सा आवेदन पत्र को प्रति हस्ताक्षरित कराने के लिए भेजा जाए. सीएमओ की ओर से जारी प्रमाणपत्र के आधार पर ही अवकाश स्वीकृत किया जाए.

 

 

कानपूर न्यूज़ डेस्क