Muzaffarpur सड़कों पर फर्जी रसीद से रोजाना पांच लाख रुपए की अवैध वसूली

Muzaffarpur सड़कों पर फर्जी रसीद से रोजाना पांच लाख रुपए की अवैध वसूली
 
Muzaffarpur सड़कों पर फर्जी रसीद से रोजाना पांच लाख रुपए की अवैध वसूली

बिहार न्यूज़ डेस्क  शहर में चलने वाले ऑटो से स्टैंड शुल्क वसूली में बड़ा खेल पकड़ा गया है. फर्जी रसीद पर स्टैंड शुल्क वसूली कर नगर निगम को चूना लगाया जा रहा था. इस रसीद से रोजाना पांच लाख की अवैध वसूली की जा रही थी. इसका मास्टरमाइंड नगर निगम का कर्मचारी कूपन इंचार्ज विजय कुमार श्रीवास्तव निकला. विजय अतिक्रमण हटाओ अभियान का भी प्रभारी रहा है. मामले में निगम कर्मी, वसूली करने वाले पुराने ठेकेदार समेत चार को नामजद करते हुए नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.

निगम की  रसीद पर ऑटो व ई-रिक्शा से 10 रुपये वसूली होती है. हर दिन करीब पांच हजार से अधिक ई-रिक्शा व ऑटो से वसूली होती है. इस तरह रोज पांच लाख रुपये की वसूली का खेल होता है. इसमें 15 प्रतिशत रुपये ही नगर निगम कोष में जमा कराया जा रहा था. शेष राशि रैकेट संचालक मास्टर माइंड और उसके साथ जुड़े पुराने टेंडरधारी आपस में बांट रहे थे.

एफआईआर में बताया गया है कि नगर आयुक्त ने  कंपनीबाग में ऑटो से स्टैंड शुल्क वसूली करते हुए औराई के राजखंड गांव निवासी नीरज कुमार को पकड़ा था. नीरज वर्तमान में अहियापुर थाना के जीरोमाइल के समीप रहता है. उसके पास से 100 रसीद का  बंच मिला, जिसमें से 98 रसीद कटे हुए थे. ऑटो से वसूले गए 560 रुपये भी नीरज के पास मिले. नगर आयुक्त ने उसे पकड़ने के बाद पुलिस को सौंप दिया. इस संबंध में निगम के सैरात प्रभारी अखिलेश प्रसाद सिन्हा ने नगर थाने में निगमकर्मी विजय श्रीवास्तव, गिरफ्तार नीरज समेत चार को नामजद आरोपित बनाया है. पूछताछ के बाद पुलिस ने नीरज को  कोर्ट में पेश किया. यहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. फर्जी रसीद पर अवैध वसूली का मास्टर माइंड विजय मूलरूप से सदर थाना के शेरपुर कायस्थ टोला का निवासी है. फर्जी रसीद के साथ धराए नीरज ने पूछताछ में खुलासा किया कि कंपनीबाग ही नहीं शहर में स्टेशन रोड, अघोरिया बाजार, मिठनपुरा, सिकंदरपुर मोड़ आदि कई जगहों पर वसूली का यह धंधा चल रहा है. सैरात प्रभारी ने प्राथमिकी में बताया है कि पिछले वित्तीय वर्ष के लिए ऑटो स्टैंड शुल्क वसूली का नगर निगम ने टेंडर किया था. बीते 31 मार्च को टेंडर समाप्त हो चुका है.   2024 से नगर निगम अपने कर्मी से ही शुल्क वसूली कर रहा है.

 कंपनीबाग में धराए नीरज के पास से जो रसीद मिला वह पुराने टेंडरधारी का है. नीरज ने बताया है कि पुराना टेंडरधारी पुरानी बाजार में अपना ऑफिस खोले हुए है. इसका संचालन धीरज कुमार और पंकज कुमार कर रहा है. धीरज व पंकज से नगर निगम का कूपन इंचार्ज विजय कुमार श्रीवास्तव मिला हुआ है.

 

 

मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क