Nalanda किसी भी सूचना पर आंख बंद कर नहीं करें भरोसा

Nalanda किसी भी सूचना पर आंख बंद कर नहीं करें भरोसा
 
Nalanda किसी भी सूचना पर आंख बंद कर नहीं करें भरोसा

बिहार न्यूज़ डेस्क महात्मा गांधी केंद्रीय विवि के मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा चाणक्य परिसर स्थित पंडित राजकुमार शुक्ल सभागार में ‘फैक्ट चेक’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया.

बतौर मुख्य प्रशिक्षक पत्रकार सुमिता जायसवाल ने कहा कि विभिन्न माध्यमों विशेषकर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सूचनाओं का प्रसारण कई बार बिना जांच- पड़ताल के ही कर दिया जाता है.

उन्होंने बताया कि हमें किसी भी सूचना पर आँख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए. वस्तविकता की जांच के लिए गूगल लेन्स, कीवर्ड टूल, इनवीड टूल, येंडेक्स इत्यादि जैसे टूल का हम उपयोग कर सकते हैं. अध्यक्षीय संबोधन में मीडिया अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा ने कहा कि डीप फेक जैसे टूल्स के द्वारा फोटो, वीडियो व आवाज को बदल कर इसका गलत इस्तेमाल का प्रचलन काफी गंभीर समस्या के रूप में सामने आया है.

विशिष्ट अतिथि प्रो. प्रणवीर सिंह अध्यक्ष, जंतु विज्ञान विभाग ने कहा कि आज सूचनाओं, विचारों और तस्वीर को तोड़- मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. संचालन करते हुए कार्यशाला संयोजक डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने कहा कि मिस-इन्फॉर्मेशन व डिस-इन्फॉर्मेशन से आज समाज में विश्वसनीयता का संकट पैदा हो गया है. विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. सुनील दीपक घोड़के ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि फैक्ट चेकिंग असत्य सूचनाओं से बचने का कारगर उपाय है.

विवि में दूसरे देश के छात्रों के लिए सीटें होंगी आरक्षित

विवि अनुदान आयोग ने बीआरएबीयू समेत सभी विवि को निर्देश दिया है कि वह अपने यहां पीजी में विदेशी छात्रों के लिए सीटें आरक्षित रखें.

नई शिक्षा नीति के तहत यह कदम यूजीसी ने उठाया है.यूजीसी का कहना है कि नई शिक्षा नीति में उच्च शिक्षा के विकास के लिए काफी कदम उठाये जा रहे हैं. उच्च शिक्षा में आमूलचूल बदलाव के लिए कई प्रस्ताव नई शिक्षा नीति में दिये गये हैं. नई शिक्षा नीति में शोध, प्रबंधन और सीखने की प्रक्रिया पर जोर दिया गया है. यूजीसी ने कहा है कि नई शिक्षा नीति में उच्च शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण भी करने का प्रस्ताव है. सभी विवि में दूसरे देशों के छात्रों का नामांकन किया जायेगा. सबसे पहले पीजी में इसकी शुरुआत होगी.दूसरे देशों के छात्रों को भारतीय विवि में पढ़ाई करने के लिए आकर्षित किया जायेगा.

 

नालंदा  न्यूज़ डेस्क