Allahabad बारात रोकने के मामले में नहीं हुई गिरफ्तारी
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क जिले में लगातार दो दिन अनुसूचित जाति की बारात को रोकने का मामला सामने आया. जाति आधारित रंजिश की वजह से बारात रोकने के विवाद में मारपीट तक हुई. पीड़ित पक्षों की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. हालांकि अब तक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
जवां थाना क्षेत्र के खासगढ़ी गांव में अनुसूचित जाति के एक युवक की रात प्रधानपति ने लामबंद होकर बारात के घुड़चढ़ी की रस्म रोक दी थी. इसके बाद पुलिस की देखरेख में बारात व शादी की रस्म पूरी हुई. इस मामले में प्रधानपति सहित पांच नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया है. उधर, हरदुआगंज थाना क्षेत्र के जलाली पुलिस चौकी अंतर्गत भोजपुर गांव में रात अनुसूचित जाति की बारात के दौरान एक पक्ष के लोगों ने विवाद कर मारपीट व पत्थरबाजी की थी. लगभग आधा दर्जन लोग घायल हुए. इस मामले में भी पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तहरीर पर नामजद मुकदमा दर्ज किया है. दोनों ही मामलों में अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है.
राजनीतिक दबाव का लगा आरोप
खासगढ़ी और भोजपुर गांव में अनुसूचित जाति के परिवार की बारात रोकने और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए मारपीट करने के मामले में अब तक त्वरित कार्रवाई नहीं होने तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं. ग्रामीणों की मानें तो आरोपी पक्ष के लोगों की राजनीतिक दलों व बड़े नेताओं से नजदीकी संबंध हैं. राजनीतिक दबाव की वजह से पुलिस अब तक गिरफ्तारी करने की पहल नहीं कर सकी है. पुलिस ने सिर्फ मुकदमा दर्ज कर अपने दायित्व की इतिश्री कर ली है.
सीओ तृतीय कर रहे विवेचना
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दोनों ही मामलों की सीओ तृतीय अमृत जैन को विवेचना की जिम्मेदारी सौंपी हैं. साथ ही आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का भी निर्देश दिया है. हालांकि अभी तक विवेचना पूरी नहीं हो सकी है. इस संबंध में सीओ तृतीय अमृत जैन से पूछे जाने पर बताया कि मोहर्रम की वजह से पुलिस टीम व्यस्त थी. दोनों ही मामले में मुकदमा दर्ज हो चुके हैं. घटना की पूरी गहनता से जांच होगी. किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.
इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क