Patna राख हुए सपने, कमाने के साधन भी हो गए खाक

Patna राख हुए सपने, कमाने के साधन भी हो गए खाक
 
Patna राख हुए सपने, कमाने के साधन भी हो गए खाक

बिहार न्यूज़ डेस्क  बुद्धा घाट स्थित झोपड़पट्टी में लगी आग से ना केवल लोगों की झोपड़ियां जली, बल्कि उनके सपने भी चकनाचूर हो गए. लोगों के घर का सारा सामान तो जला ही कई के कमाने का साधन भी स्वाहा हो गए.

वहीं,  ने अपनी बेटी की शादी के लिए सामान इकट्ठा कर रखा था. वह भी आग से जल गया. घटना के बाद वहां रहने वाली महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल था. कई तो अपनी जली हुई झोपड़ी देख बेहोश हो जा रहे थे. पड़ोसी उन्हें ढांढ़स बंधाते दिखे. घटना के बाद झोपड़पट्टी निवासी निभा देवी फूट-फूट कर रो रही थीं. वह बताती हैं कि उनके राकेश कुमार झा ई-रिक्शा चलाते हैं. वे किसी काम से गांव गए हुए थे. इसी बीच  आग लगी तो वे अपने  बच्चों के लेकर बाहर भागीं. आग से घर में रखा खाने-पीने का सामान, कपड़े, नकदी सहित ई-रिक्शा भी जल गया. अब ना तो उनके पास रुपये है और ना ही खाने-पीने का सामान.

सामन के साथ 50 हजार रुपये हुए खाक े अशोक साह अगलगी से खासे सदमे में थे. वे अपने भाई अरुण साह व अन्य के साथ पटना में रह रहे हैं और सिविल कोर्ट के समीप गन्ने का जूस बेचकर गुजारा करते हैं. उनके बच्चे गांव पर रहते हैं. हर - महीने में वे परिवार को कमाई से बचे रुपये खर्च के लिए गांव भेजते हैं. इसके लिए उन्होंने 50 हजार रुपये झोपड़ी में रख रखे थे. आग से उनके सारे रुपये जल गए.

बेटी की शादी का सारा सामान जल गया

सुमन साह गांधी मैदान के पास गन्ना जूस बेचकर जीवन यापन करते हैं. उनके  बच्चों में  बेटी भी है. सुमन अगले वर्ष उसकी शादी की तैयारी में लगे हुए थे. उन्होंने बेटी की शादी के लिए काफी समान इकट्ठा कर झोपड़ी में रख रखा था. आग से सारा सामान जल गया. अपनी जली हुई झोपड़ी देखकर उनके और उनकी पत्नी की आंखों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे.

 

 

पटना  न्यूज़ डेस्क