जेड-मोड टनल से सालभर खुला रहेगा सोनमर्ग, प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन

जेड-मोड टनल से सालभर खुला रहेगा सोनमर्ग, प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन
 
जेड-मोड टनल से सालभर खुला रहेगा सोनमर्ग, प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन

जम्मू-कश्मीर में सोनमर्ग पर्यटन स्थल अब सर्दियों के दौरान भी खुला रहने से लाभान्वित होगा, क्योंकि जेड-मोड सुरंग के खुलने से भारी बर्फबारी के बावजूद यह क्षेत्र घाटी से जुड़ा रहेगा। अब तक सोनमर्ग मार्ग सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी के कारण घाटी से कटा रहता था। इस सुरंग के खुलने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यह देश की रक्षा के लिए रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण साबित होगी। जेड-मोड सुरंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के श्रीनगर आगमन की तैयारियां जोरों पर हैं।


पहले कहा जा रहा था कि प्रधानमंत्री इसका वर्चुअल उद्घाटन करेंगे, लेकिन अब अधिकारियों का कहना है कि वह इसका उद्घाटन करने के लिए व्यक्तिगत रूप से श्रीनगर आएंगे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) 12 जनवरी को घाटी पहुंच जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन के दौरान कई विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। स्थानीय प्रशासन ने उद्घाटन को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस सुरंग के निर्माण से पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को बड़ी सुविधा मिलेगी।

पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
सर्दियों में जब घाटी बर्फ से ढक जाती है तो सोनमर्ग पहुंचना असंभव हो जाता है। इस सुरंग से न केवल सोनमर्ग तक पूरे वर्ष पहुंचा जा सकेगा, बल्कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पर्यटक अब सर्दियों में भी सोनमर्ग की बर्फीली खूबसूरती का आनंद ले सकेंगे। इसके अतिरिक्त, जेड-मोड सुरंग का सामरिक महत्व भी है। यह सुरंग देश की उत्तरी सीमा पर सैन्य उपकरणों और सैनिकों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाएगी। यह परियोजना भारतीय सेना और अन्य रक्षा बलों के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना मानी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस सुरंग का उपयोग कठिन मौसम की स्थिति में भी किया जा सकेगा, ताकि किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षा बल शीघ्रता से पहुंच सकें।

Z-मोड सुरंगों के बारे में जानें
यह दो लेन वाली सुरंग गगनगीर से सोनमर्ग तक के मार्ग को बाईपास करेगी, जिसके कारण भारी बर्फबारी के बावजूद सोनमर्ग पूरे साल पर्यटकों के लिए खुला रहेगा। इस सुरंग को केवल 15 मिनट में पार किया जा सकता है। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण यह सुरंग और जोजिला सुरंग अमरनाथ गुफा, कारगिल और लद्दाख के अन्य हिस्सों को जोड़ने में मदद करेगी। इससे पर्यटन, अर्थव्यवस्था और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।