Rishikesh बीजेपी का गांव चलो अभियान में 29 वरिष्ठ नेताओं को दी गई जिम्मेदारी

Rishikesh बीजेपी का गांव चलो अभियान में 29 वरिष्ठ नेताओं को दी गई जिम्मेदारी
 
Rishikesh बीजेपी का गांव चलो अभियान में 29 वरिष्ठ नेताओं को दी गई जिम्मेदारी

उत्तराखंड न्यूज़ डेस्क, बीजेपी ने 'गांव चलो अभियान' की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दी है. जिसमें मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक समेत 29 वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं. जिन्हें प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर रात्रि प्रवास करना होगा। दरअसल, लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी का 'गांव चलो अभियान' 9 फरवरी से 11 फरवरी तक चलने वाला है. बीजेपी पिछले कई दिनों से इस अभियान की तैयारी में जुटी थी.

मुख्यमंत्री लोहाघाट के कमलेडी गांव में रहेंगे

इस अभियान के तहत पार्टी के वरिष्ठ नेता संगठन के 11729 बूथों पर 24 घंटे रहेंगे. तय हुआ है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लोहाघाट विधानसभा के कमलेडी गांव में रात्रि विश्राम करेंगे. जबकि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट बदरीनाथ विधानसभा के पांडुकेश्वर जोशीमठ में रहेंगे. केंद्रीय राज्य मंत्री और नैनीताल सांसद अजय भट्ट नानकमत्ता के पिपलिया गांव में रहेंगे। इसी तरह पार्टी ने 29 अलग-अलग नेताओं को गांव में प्रवास की जिम्मेदारी दी है.

मंत्रियों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई

जिसमें कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज हरिद्वार ग्रामीण के जमालपुर कला में रहेंगे. मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ऋषिकेश के प्रतीतनगर, धन सिंह रावत श्रीनगर के पल्ली गांव और गणेश जोशी मसूरी के गुनियाल गांव में रात्रि विश्राम करेंगे. वहीं कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य अपने विधानसभा क्षेत्र सोमेश्वर के सुपा कोड गांव में रहेंगी. हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ज्वालापुर के डालूवाला गांव में रहेंगे। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चौहान डीडीहाट विधानसभा के बालपीर गांव में रहेंगे। इस दौरान ये सभी नेता लोगों को केंद्र और राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे. इसके साथ ही योजनाओं के लाभार्थियों के साथ अनुभव साझा कर अन्य लोगों को भी लाभार्थी बनाने में मदद करेंगे.

कमजोर बूथों पर बीजेपी का फोकस

गांव चलो अभियान के तहत पार्टी का दावा है कि राज्य के 11729 बूथों को कवर किया जाएगा. हालांकि, पार्टी ने अभियान के तहत प्रवास करने वाले सिर्फ 29 नेताओं की सूची जारी की है. लेकिन इसके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता, विधायक और जन प्रतिनिधि भी अपने-अपने क्षेत्र के एक बूथ पर अनिवार्य रूप से जाएंगे. दरअसल, बीजेपी इस अभियान के तहत उन बूथों पर फोकस करना चाहती है. पिछले चुनाव में जहां बीजेपी को कम वोट मिले थे. इसीलिए हर बूथ पर एक नेता की जिम्मेदारी तय की गई है. ताकि लोकसभा चुनाव में इन कमजोर बूथों पर बीजेपी को अच्छे वोट मिल सकें.ऋषिकेश न्यूज़ डेस्क!!!