नोएडा के ड्रग्स रैकेट से जुड़ा ये Mexican गिरोह इन कारणों से है बदनाम, पैरामिलिट्री फोर्स की तरह करते हैं काम
नोएडा न्यूज डेस्क !!! ग्रेटर नोएडा के कासना की जिस दवा फैक्ट्री का नाम मैक्सिकन गैंग से जुड़ा है, वह देश के टॉप पांच गैंग में से एक है. जघन्य अपराधों के लिए कुख्यात इस गिरोह के कुख्यात बदमाश अपनी क्रूरता के लिए जाने जाते हैं। दरअसल, एनसीबी ने मंगलवार को कसाना में एक फैक्ट्री की आड़ में ड्रग्स बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. फैक्ट्री से 95 किलो मेथमफेटामाइन और दवा बनाने के अन्य रसायन बरामद किए गए हैं.
एक मैक्सिकन नागरिक की तलाश है जिसका सीजेएनजी से संबंध हो
इस मामले में पुलिस ने तिहाड़ जेल के एक वार्डन, मुंबई के एक केमिस्ट, पश्चिमी दिल्ली के एक कारोबारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस को मैक्सिकन नागरिक की तलाश है, जो दिल्ली में रहता है और दवा बनाने के बाद उसका परीक्षण कर उसकी गुणवत्ता के बारे में बताता था. बताया जा रहा है कि यह मैक्सिकन नागरिक मैक्सिकन ड्रग कार्टेल कार्टेल डी जलिस्को नुएवा जेनरेशन (सीजेएनजी) से संबंधित है।
सीजेएनजी क्या है?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्टेल डी जलिस्को नुएवा जेनरेशन (सीजेएनजी) एक मैक्सिन ड्रग तस्करी गिरोह है। जो अपनी क्रूरता के लिए जाना जाता है. यह गिरोह मेक्सिको में अर्धसैनिक बल के रूप में काम करता है। सेना की तरह हथियारों और वाहनों का इस्तेमाल करता है. इतना ही नहीं, यह नए सदस्यों की भर्ती के लिए 'आतंकवादी स्कूल' भी चलाता है। बताया जा रहा है कि इन स्कूलों के फ्रिजों में वह अपने दुश्मन गिरोह के सदस्यों को मारकर उनके शव रख देता है और अपने नए सदस्यों को नरभक्षी बनाने के लिए उन्हें इंसानों का मांस खिलाता है।