भरतपुर में कलेक्ट्रेट के बाहर अनूठा प्रदर्शन, दिव्यागों ने हाथों में कटोरा लेकर मांगी भीख

भरतपुर में कलेक्ट्रेट के बाहर अनूठा प्रदर्शन, दिव्यागों ने हाथों में कटोरा लेकर मांगी भीख
 
भरतपुर में कलेक्ट्रेट के बाहर अनूठा प्रदर्शन, दिव्यागों ने हाथों में कटोरा लेकर मांगी भीख

आज (गुरुवार) भरतपुर में जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर एक अनोखा नजारा देखने को मिला। दिव्यांग लोगों ने हाथ में कटोरा लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे विकलांग लोग सामाजिक सुरक्षा पेंशन न मिलने से नाराज थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कई महीनों से पेंशन की राशि खाते में जमा नहीं हुई है। इसीलिए अब मुझे भीख मांगने पर मजबूर होना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारियों ने कटोरे लेकर राजकोष में धन जमा करने की भीख मांगी। उन्होंने कहा कि दान में प्राप्त धनराशि सरकारी खजाने में जमा की जाएगी।

दिव्यांग राकेश ने बताया कि उन्होंने लोगों से राजकोष में पैसा जमा करने का अनुरोध किया है। सरकार दिव्यांगों को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करा रही है। दिव्यांग व्यक्तियों को 1150 रुपये पेंशन मिलती है। पिछले कई महीनों से पेंशन की राशि खाते में नहीं आ रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा, "महंगाई के दौर में 1150 रुपये क्या हैं?"

जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर अनोखी प्रदर्शनी

उन्होंने गुस्से में कहा कि बेहतर होगा कि सरकार विकलांगों को पेंशन सुविधा देना बंद कर दे। उन्होंने पेंशन के बदले रोजगार की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने में एक दिन की भी देरी से अराजकता पैदा होती है। हालांकि, दिव्यांगों को मिलने वाली पेंशन राशि छह माह से नहीं मिली है।

विकलांग लोग कटोरे लेकर भीख मांग रहे थे।

पेंशन न मिलने से दिव्यांगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि विभाग में आने के लिए उन्हें 1,150 रुपये का भुगतान करना पड़ता है। दस्तावेजों में त्रुटि पाए जाने पर भी आवेदन अस्वीकार कर दिया जाता है। इसीलिए हम लोगों से भीख मांगने की नौबत तक आ गए हैं। दान में प्राप्त धनराशि अब सरकारी खजाने में जमा की जाएगी। उन्होंने सरकार से अपील की कि पेंशन देने की बजाय रोजगार देना बेहतर होगा।