Varanasi पथराव और उपद्रव में 18 नामजद, केस दर्ज होने के बाद कई भागे

Varanasi पथराव और उपद्रव में 18 नामजद, केस दर्ज होने के बाद कई भागे
 
Varanasi पथराव और उपद्रव में 18 नामजद, केस दर्ज होने के बाद कई भागे

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  चौबेपुर के शाहपुर गांव में 25 दिसंबर की शाम हादसे में मजदूर की मौत के बाद लोगों ने वाराणसी-गाजीपुर हाईवे जाम कर जमकर प्रदर्शन किया था. पथराव और उपद्रव में चौबेपुर थाने के दरोगा टुन्नू सिंह समेत दो लोग जख्मी हो गये थे. मामले में चौबेपुर पुलिस ने 18 नामजद और 150 अज्ञात पर बलवा, दंगा, मारपीट, धमकी, सरकारी काम में बाधा, 7- सीएलए एक्ट में केस दर्ज किया गया है.

घायल एसआई टुन्नू सिंह की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है. बताया कि 25 दिसम्बर की शाम साढ़े सात बजे गोरखपुर-वाराणसी एनएच 31 पर वाराणसी की तरह जा रही एक कार से बाइक सवार में टक्कर हो गई. इसमें कोदोपुर निवासी मजदूर नत्थू राजभर की मौत हो गई थी. घटना के बाद लोगों ने जमकर बवाल किया था. जाम लगाकर पथराव और वाहन में तोड़फोड़ की थी. कार को पुलिस लेने गई तो हमला किया गया. चौबेपुर पुलिस ने कोदोपुर गांव निवासी रामाश्रय राजभर, धर्मेंद्र राजभर, सीजल, सोनू, बिंदु राजभर, रिंकू राजभर, राजन राजभर, शाहपुर निवासी सुरेंद्र पटेल, पारस, गोधन, चौबेपुर निवासी विशाल राजभर, बादल राजभर आदि पर केस दर्ज किया गया है.

केस दर्ज होने के बाद कई भागे: मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए कई घर छोड़कर भाग गये हैं. कोदोपुर, चौबेपुर, शाहपुर गांव के लोग घर छोड़कर भागे हुए हैं. वहीं पुलिस की ओर से वीडियो फुटेज और फोटो के जरिये अन्य अज्ञात की पहचान की जा रही है.

भाजपाजनों ने मृतक के परिवार को दी सांत्वना

कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के निर्देश पर भाजपा कार्यकर्ताओं का दल  शाम कोदोपुर पहुंचा. हादसे में मृत नत्थू राजभर की पत्नी आशा देवी, बेटा आकाश, करण, बेटी प्रीति देवी के अलावा वृद्ध माता-पिता से मुलाकात कर ढांढ़स बंधाया. कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि संजय सिंह ने बताया कि मंत्री अनिल राजभर ने मोबाइल पर परिजनों से बात की. उन्हें हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया.

 

 

वाराणसी न्यूज़ डेस्क