अगर आप भी बनने जा रहे हैं Ganga sagar Mela का हिस्सा तो आपको भी पता होनी चाहिए ये 5 बातें, यात्रा में नहीं होगी परेशानी

गंगासागर मेला 10 जनवरी 2025 से शुरू हो गया है। यह मेला 18 जनवरी 2025 तक चलेगा। यह मेला हर साल मकर संक्रांति से कुछ दिन पहले शुरू होता है। पश्चिम/.........
 
अगर आप भी बनने जा रहे हैं Ganga sagar Mela का हिस्सा तो आपको भी पता होनी चाहिए ये 5 बातें, यात्रा में नहीं होगी परेशानी

गंगासागर मेला 10 जनवरी 2025 से शुरू हो गया है। यह मेला 18 जनवरी 2025 तक चलेगा। यह मेला हर साल मकर संक्रांति से कुछ दिन पहले शुरू होता है। पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप पर आयोजित इस मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं और स्नान एवं धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। गंगा सागर को महान तीर्थ माना जाता है। कहा जाता है कि जो भी इस मेले के दौरान यहां स्नान करने जाता है, उसे पुण्य फल मिलता है। अगर आप भी यहां जाने की योजना बना रहे हैं तो आपको यात्रा के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार द्वारा यहां यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

मेले में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए टोल फ्री नंबर 18005325328 जारी किया गया है।यदि आप गंगासागर मेले में जा रहे हैं तो छोटे बच्चों और परिवार के सदस्यों का ध्यान रखें। क्योंकि, अत्यधिक भीड़ के कारण बच्चे खो सकते हैं। इसके साथ ही बच्चों की जेब में रखे कागज पर नंबर, नाम व पता भी लिखवाएं। यदि बच्चा गुम हो जाए तो कोई भी व्यक्ति आसानी से उस तक पहुंच सकता है।मेले में घूमने जा रहे लोग कोशिश करें कि यहां एक दिन से ज्यादा न बिताएं। क्योंकि, दूर-दूर से आने वाले लोगों को यहां होटल मिलने में दिक्कत आ रही है। ऐसे में अत्यधिक भीड़ के कारण आपको यहां रात गुजारने में भी दिक्कत आ सकती है।

लोगों को गंगासागर मेले में आने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए विशेष ट्रेनें और बसें चलाई जा रही हैं। इसलिए आपको अपनी वापसी की टिकट एक साथ बुक कर लेनी चाहिए। ध्यान रखें कि मेले के अंतिम दिन बहुत भीड़ हो सकती है, इसलिए आप अपनी यात्रा की योजना पहले से बना सकते हैं।मेले में सुरक्षा के लिए कुल 13 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। अगर किसी तरह की कोई अनहोनी या परेशानी होती है तो आप मदद ले सकते हैं।मुरी गंगा नदी पार करते समय यात्रियों को माइक के माध्यम से अपडेट दिया जा रहा है। काकद्वीप से मुड़ी हुई गंगा नदी को पार करने में यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए लगातार उद्घोषणा के माध्यम से उन्हें जानकारी देने की व्यवस्था की गई है।