अगर आप भी बना रहे है मनाली घूमने की प्लानिंग तो जरूर लिजिये रोपवे की राइड, सिर्फ 4 मिनट में पहुंच जाएंगे बगलामुखी मंदिर

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पंडोह बांध के पास माता बगलामुखी मंदिर तक बनाया गया रोपवे इन दिनों लोगों, खासकर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। इसका उद्घाटन 3 दिसंबर को हुआ था, जिसके बाद से हर दिन बड़ी संख्या में पर्यटक और स्थानीय लोग इस रोपवे की सवारी का आनंद लेने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। इससे क्षेत्र में पर्यटन विस्तार की नई संभावनाएं बढ़ गई हैं।
ह मंदिर चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग के ठीक सामने है, लेकिन बीच में ब्यास नदी और पंडोह बांध है और इस कारण मंदिर तक पहुंचने के लिए 14 किमी की यात्रा करनी पड़ती है। अब यह दूरी लगभग 800 मीटर रोपवे से मात्र चार मिनट में पूरी की जा रही है। रोपवे के निर्माण के बाद अब वे बुजुर्ग लोग भी माता के दरबार में आ पा रहे हैं जो कभी यहां तक नहीं पहुंच पाते थे। मंडी निवासी 84 वर्षीय बुजुर्ग ने बताया कि रोपवे बनने के बाद ही वह पहली बार माता के दरबार में आए हैं, क्योंकि अब यहां आना-जाना काफी आसान हो गया है। लोगों ने इसे सरकार की अच्छी पहल बताया और अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों पर भी इस तरह के रोपवे लगाने का सुझाव दिया, क्योंकि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
लोगों का कहना है कि पंडोह बांध के जलाशय के ऊपर रोमांचक यात्रा का अपना अलग ही मजा है। रोपवे पर यात्रा करते समय ऐसा लगता है जैसे हेलीकॉप्टर में यात्रा कर रहे हों। रोपवे पर यात्रियों से एक तरफ की यात्रा के लिए 150 रुपये और दोनों तरफ की यात्रा के लिए 250 रुपये लिए जा रहे हैं। बच्चों से एकतरफ़ा यात्रा के लिए 75 रुपये और दोनों तरफ़ यात्रा के लिए 125 रुपये किराया लिया जा रहा है। सरकार ने स्थानीय लोगों के लिए बहुत सारी रियायतें दी हैं।
माता बगलामुखी मंदिर के आसपास रहने वाले लोगों से एकतरफा यातायात के लिए 30 रुपये, दोनोंतरफा यातायात के लिए 50 रुपये तथा बच्चों के लिए 15 और 25 रुपये का शुल्क लिया जा रहा है। यह रोपवे सुबह नौ बजे से शुरू होता है और शाम सात बजे तक सेवाएं जारी रहती हैं। इस रोपवे पर प्रतिदिन 250 से अधिक लोग यात्रा कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने माता बगलामुखी मंदिर को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की मंशा से 6 फरवरी 2022 को इस रोपवे का शिलान्यास किया था।