क्या आप भी बिहार से बना रहे हैं महाकुंभ जाने का प्लान, तो ऐसे करें बजट में यात्रा ?

महाकुंभ शुरू होने के बाद भी करोड़ों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए जा रहे हैं। लेकिन सुविधाओं के अभाव के कारण लोगों को यहां रात गुजारने............
 
क्या आप भी बिहार से बना रहे हैं महाकुंभ जाने का प्लान, तो ऐसे करें बजट में यात्रा ?

महाकुंभ शुरू होने के बाद भी करोड़ों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए जा रहे हैं। लेकिन सुविधाओं के अभाव के कारण लोगों को यहां रात गुजारने में परेशानी हो रही है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें यात्रियों को रात गुजारने के लिए टेंट की सुविधा भी नहीं मिल रही है। ऐसे में महाकुंभ जाने के इच्छुक लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें। अगर आप भी यात्रा की योजना बना रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इससे आपको महाकुंभ यात्रा में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

महाकुंभ में स्नान के लिए बिहार से जाने वाले लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि वे अपने साथ चादर या कंबल अवश्य लेकर जाएं। क्योंकि, अगर आपकी वापसी की ट्रेअगले दिन की है तो रात गुजारने में परेशानी होगी। ठंड बहुत अधिक है और खुले आसमान के नीचे रात गुजारने से आपको असहजता महसूस हो सकती है।अतिरिक्त कपड़े पहनें ताकि आपको रात में अधिक ठंड न लगे। इसके साथ ही अपने साथ कपड़े भी ले जाएं, क्योंकि नहाने के बाद आपको कपड़े बदलने होंगे।अपने परिवार के सदस्यों और बच्चों को साथ रखें और उन पर नज़र रखें, क्योंकि वे भीड़ में खो सकते हैं।

यदि आप अधिक खर्च नहीं करना चाहते तो अपने साथ खाने-पीने का सामान ले जा सकते हैं। ठंड के कारण खाना खराब नहीं होगा और आपको उसे खरीदकर खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।उसी दिन वापसी की ट्रेन बुक करने का प्रयास करें। आप सुबह 7 या 8 बजे प्रयागराज पहुंच जाएं, दिनभर घूमें और रात को अपने शहर वापस आ जाएं। ऐसा करने से आपको खुले आसमान के नीचे रात नहीं गुजारनी पड़ेगी।महाकुंभ तक पहुंचने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। तो आप ट्रेन पा सकते हैं.ध्यान रखें कि घाट तक पहुंचने के लिए आपको रिक्शा नहीं मिलने वाला है, इसलिए आपको कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। ऐसे में बहुत सारे बुजुर्गों को साथ ले जाना मुश्किल हो रहा है।अगर आप सिर्फ 1 दिन के लिए ट्रिप प्लान करते हैं तो सिर्फ 10 हजार में पूरे परिवार के साथ घूम सकते हैं। क्योंकि यहां रुकने के लिए आपको टेंट बुक नहीं होगा और यहां तक ​​पहुंचने के लिए रिक्शा भी नहीं है, तो आपको पैदल ही यात्रा करनी पड़ेगी।