यहां सड़क पर जंजीरों में बंधे होते हैं भूत, पिशाच, आत्माएं और जिन्न, सीसीटीवी में कैद हुआ रुह कपाने देने वाला राज

हमारे देश में लाखों मंदिर हैं। इनमें से कई मंदिर चमत्कारी भी हैं। हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, राम भक्त हनुमान आज भी पृथ्वी पर आज्ञाकारी रूप में रहते हैं...
 
यहां सड़क पर जंजीरों में बंधे होते हैं भूत, पिशाच, आत्माएं और जिन्न, सीसीटीवी में कैद हुआ रुह कपाने देने वाला राज

हमारे देश में लाखों मंदिर हैं। इनमें से कई मंदिर चमत्कारी भी हैं। हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, राम भक्त हनुमान आज भी पृथ्वी पर आज्ञाकारी रूप में रहते हैं। कहा जाता है कि पवनपुत्र को अमरता का वरदान प्राप्त है। यूं तो हनुमानजी के कई ऐसे मंदिर हैं, जिनमें चमत्कार देखने को मिलते हैं। हनुमानजी का ऐसा ही एक चमत्कारी मंदिर उत्तर प्रदेश के इटावा में भी है। मान्यता है कि यहां हनुमानजी जीवित रूप में विराजमान हैं। यहां भक्त अपनी आंखों से बजरंगबली को चमत्कार करते हुए देखते हैं। इस मंदिर को पिलुआ महावीर मंदिर के नाम से जाना जाता है।

यह मंदिर इटावा शहर से लगभग 12 किमी दूर यमुना के किनारे रूरा गांव में स्थित है। इस हनुमान मंदिर में दूर-दूर से भक्त पूजा करने आते हैं। स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि इस मंदिर में ध्यान में बैठे हनुमानजी की सांसों की आवाज सुनी जा सकती है। साथ ही राम नाम की ध्वनि भी निकलती है। इस मंदिर के प्रमुख महंत का कहना है कि हनुमान जी की लेटी हुई मूर्ति भी इलाहाबाद में है, लेकिन इसके जैसी मूर्ति देश या दुनिया के किसी भी हिस्से में नहीं है।

हनुमान जी की इस मूर्ति के मुख में हमेशा पानी भरा रहता है। हनुमानजी की इस मूर्ति के मुख में आप कितना भी प्रसाद डालें, सारा प्रसाद मुख में समा जाता है। आज तक कोई नहीं जानता कि ये चढ़ावा कहां जाता है। यहां महाबली हनुमान जी की मूर्ति लेटी हुई है और लोगों के अनुसार यह मूर्ति सांस भी लेती है और भक्तों का प्रसाद भी खाती है।मान्यता है कि यहां हनुमानजी जीवित रूप में विराजमान हैं। बैहार में बने हनुमान मंदिर की मूर्ति अपने आप में कई चमत्कारों को समेटे हुए है। हनुमान भक्तों का दावा है कि इस मंदिर में हनुमान जी जीवित हैं तभी अकेले में सुनने पर मूर्ति से सांस लेने की आवाज आती है। यह भी कहा जाता है कि हनुमान जी के मुख से राम नाम की ध्वनि भी सुनाई देती है।