Maha Kumbh 2025: यूपी के गोंडा से महाकुंभ के लिए ऐसे बनाएं रोड ट्रिप, यहां जानिए सबकुछ

उत्तर प्रदेश का प्रयागराज इस समय देश में चर्चा का केंद्र बना हुआ है, क्योंकि यहां दुनिया का सबसे बड़ा मेला यानी महाकुंभ चल रहा है। महाकुंभ 26 फरवरी 2025 तक चलेगा।महाकुंभ एक ऐसा मेला है, जिसमें भाग लेने के लिए दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं। खबरों के अनुसार पिछले कुछ दिनों में करोड़ों श्रद्धालु गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं और करोड़ों लोगों का आना अभी बाकी है।महाकुंभ में भाग लेने के लिए प्रतिदिन लाखों लोग ट्रेन, बस या निजी वाहन से पहुंच रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े मेले में शामिल होने के लिए कई लोग सड़क यात्रा के जरिए महाकुंभ पहुंच रहे हैं।अगर आप भी उत्तर प्रदेश के गोंडा शहर में या उसके आसपास रहते हैं और सड़क मार्ग से प्रयागराज पहुंचना चाहते हैं तो आप भी इस रूट के जरिए कई शानदार जगहों का पता लगा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के गोंडा और प्रयागराज के बीच स्थित कुछ खूबसूरत और मनमोहक जगहों के बारे में जानने से पहले जान लें कि गोंडा से प्रयागराज की दूरी लगभग 214 किमी है। इस यात्रा के लिए आप NH330 मार्ग अपना सकते हैं। गोंडा से प्रयागराज पहुंचने में लगभग 5-6 घंटे लग सकते हैं। इसके लिए आप सुबह गोंडा से निकल सकते हैं ताकि शाम तक पहुंच सकें।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप NH330 रूट से प्रयागराज महाकुंभ जाते हैं तो आप ट्रिप में अयोध्या, नंदीग्राम, बीकापुर, सुल्तानपुर और प्रतापगढ़ जैसी शानदार और खूबसूरत जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में-
जब आप गोंडा से एनएच 330 लेते हैं और प्रयागराज के लिए निकलते हैं, तो पहला पड़ाव अयोध्या होता है, जो लगभग 50 किमी दूर स्थित है। अयोध्या उत्तर प्रदेश के सबसे खूबसूरत और पवित्र स्थानों में से एक है, जहां भगवान श्री राम भी निवास करते हैं।हां, यात्रा में आप सबसे पहले अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। राम मंदिर के दर्शन के बाद, आप सरयू घाट, नागेश्वर नाथ मंदिर, हनुमान गढ़ी, तुलसी स्मारक भवन, दशरथ महल और श्री वाल्मीकि भवन जैसे प्रसिद्ध और सुंदर स्थानों की यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा अयोध्या में गुलाब बाड़ी और कनक भवन देखना न भूलें।
बीकापुर, गोंडा और प्रयागराज सड़क यात्रा का दूसरा पड़ाव हो सकते हैं। बीकापुर उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में आता है। हालांकि बीकापुर में घूमने के लिए कुछ खास नहीं है, लेकिन यह शहर अपनी हरियाली के लिए जाना जाता है। यहां आपको चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आएगी।यदि आप बीकापुर नहीं जाना चाहते तो पास में स्थित नंदीग्राम जा सकते हैं। नंदीग्राम के बारे में कहा जाता है कि भगवान राम के वनवास के दौरान भरत ने अयोध्या के बजाय नंदीग्राम से शासन किया था। नंदीग्राम में आप भरत कुंड और भगवान शंकर के मंदिर जैसे प्रसिद्ध स्थानों की यात्रा कर सकते हैं।
गोंडा और प्रयागराज रोड ट्रिप का तीसरा पड़ाव सुल्तानपुर माना जाता है, जहां आप कुछ देर आराम करने के साथ-साथ कुछ शानदार जगहों की सैर भी कर सकते हैं। यह शहर अपनी खूबसूरती के साथ-साथ कई प्रसिद्ध स्थानों के लिए भी जाना जाता है।सुल्तानपुर में आप गोमती नदी के तट पर स्थित प्रसिद्ध पारिजात वृक्ष के अलावा धोपाप मंदिर, बिजेथुआ महावीरन मंदिर, क्राइस्ट चर्च और लोहरामऊ मंदिर जैसी जगहों को देख सकते हैं। सुल्तानपुर अपने हरे-भरे खेतों के लिए भी जाना जाता है। इस समय आपको यहां चारों ओर केवल गेहूं और सरसों के खेत ही नजर आएंगे। आप सरसों के खेतों में अद्भुत फोटोग्राफी भी कर सकते हैं।