केरल की इन शानदार जगहों पर आप भी सेलिब्रेट करने पहुंच जाएं पोंगल, मिलेगा अनोखा अनुभव

केरल में भी पोंगल का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। पोंगल की खूबसूरती देखने के लिए न केवल घरेलू बल्कि विदेशी पर्यटक भी इस राज्य में आते रहते हैं।इस लेख में हम आपको केरल की कुछ ऐसी शानदार जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप अपने प्रियजनों के साथ पोंगल का त्योहार यादगार तरीके से मना सकते हैं।
जब केरल के कुछ सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय स्थानों पर जाने और पोंगल मनाने की बात आती है, तो कई लोग सबसे पहले अलेप्पी का रुख करते हैं। अलेप्पी भी देश का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल माना जाता है, जहां विदेशी पर्यटक भी घूमने आते हैं।अपनी खूबसूरती के साथ-साथ अलेप्पी पोंगल मनाने के लिए भी सबसे अच्छी जगह मानी जाती है। पोंगल के अवसर पर इस शहर में स्थित मंदिरों में पूजा-अर्चना की जाती है और फिर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। पोंगल के अवसर पर इस शहर में कई स्थानों पर जल्लीकट्टू (बैल को काबू में करना) कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है, जहां हजारों लोग पहुंचते हैं।
अट्टुकल केरल के तिरुवनंतपुरम शहर में स्थित एक प्रसिद्ध और पवित्र मंदिर है। यह प्रसिद्ध मंदिर देवी भद्रकाली को समर्पित है और यह भी एक हिंदू मंदिर है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि देवी के दर्शन मात्र से सारे दुख दूर हो जाते हैं।
वायनाड केरल का एक खूबसूरत और मनमोहक स्थान है। केरल में यह एक ऐसी जगह है जहां न केवल घरेलू बल्कि विदेशी पर्यटक भी घूमने और मौज-मस्ती के लिए पहुंचते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए वायनाड किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
अपनी खूबसूरती और सुंदर स्थानों के साथ-साथ वायनाड पोंगल मनाने के लिए सबसे अच्छी जगह मानी जाती है। यहां स्थित कई मंदिरों में पोंगल के दौरान बड़ी धूमधाम से पूजा-अर्चना की जाती है। वायनाड में पोंगल के अवसर पर कई स्थानों पर जल्लीकट्टू (बैल को काबू में करना) कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है। जल्लीकट्टू देखने के लिए हजारों पर्यटक आते हैं।
थेक्कडी केरल का एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल माना जाता है। इसे केरल का एक लोकप्रिय अवकाश स्थल भी माना जाता है। इसलिए यहां न केवल घरेलू बल्कि विदेशी पर्यटक भी घूमने और मौज-मस्ती करने आते हैं।थेक्कडी अपनी सुंदरता के साथ-साथ पोंगल उत्सव के लिए भी जाना जाता है। इस शहर के कई स्थानों पर जल्लीकट्टू कार्यक्रम का भव्य तरीके से आयोजन किया जाता है, जहां हजारों लोग पहुंचते हैं। पोंगल के अवसर पर यहां स्थित कई मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना भी होती है, जिसमें हजारों की संख्या में स्थानीय लोग भाग लेते हैं।