वाइल्डलाइफ सफारी के लिए दुनिया भर में मशहूर है राजस्थान की यह जगह,वीडियो में जाने यहाँ घूमने का सही समय
ट्रेवल न्यूज़ डेस्क,,राजस्थान का रणथंभौर रॉयल बंगाल टाइगर्स के लिए जाना जाता है और यही वजह है कि वाइल्ड लाइफ लवर्स को अपने राजस्थान ट्रिप में ये जगह भी बेहद पसंद आती है। रणथंभौर देसी पर्यटकों के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों को भी बेहद आकर्षित करता है। अगर आप राजस्थान के रणथंभौर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यहां की कुछ बेहतरीन जगहों को भी देखने जरूर जाएं। चलिए इस लेख में हम आपको रणथंभौर की कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में बताते हैं -
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीव उत्साही और प्रकृति प्रेमियों के बीच रणथंभौर में घूमने के लिए सबसे ज्यादा घूमे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है। बाघों को देखने के लिए रणथंभौर टाइगर रिजर्व सबसे अच्छी जगह है। पर्यटक यहां आकर इस राष्ट्रिय उद्यान की खूबसूरती को देखने के लिए जंगल सफारी करते हैं और ढेर सारी तस्वीरें खींचते हैं, वैसे ये जगह वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर के बीच भी बेहद लोकप्रिय है। इन सबके अलावा आप यहां हर-भरे जंगलों के बीच गाइड की निगरानी में सैर भी कर सकते हैं। यहां घूमने का समय सुबह 6 बजे से 10 बजे तक है, तो वही दोपहर के 3:30 बजे से शाम के 7 बजे के बीच भी यहां घुमा जा सकता है।
रणथंभौर का किला
रणथंभौर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से, रणथंभौर किला एक ऐसी जगह है जो हर पर्यटक के लिस्ट में शामिल जरूर होती है। ये किला सवाई माधोपुर के पास राष्ट्रीय उद्यान के आसपास स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि ये जगह इसलिए भी मशहूर है क्योंकि यहां प्राचीन काल के शासक शिकार करने के लिए आया करते थे। साथ ही इस जगह का महत्व इसलिए भी है, क्योंकि ये जगह विश्व धरोहर की सूची में आती है। इसके अलावा, किले के पास, आप विभिन्न प्रकार की घाटियों, झीलों, पिकनिक स्पॉट, वन्य जीवन प्रजातियों आदि को देख सकते हैं। ये किला सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक खुलता है, और यहां की एंट्री फीस 15 रुपए और बच्चों के लिए 10 रुपए है।
जोगी महल
रणथंभौर में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक प्रतिष्ठित जोगी महल है, जो खूबसूरत पदम झील के ठीक बगल में स्थित है। यहां के इतिहास की बात करें, तो महल कभी जयपुर के राजघरानों और यहां आने वाले अन्य लोगों द्वारा शिकार के निवास स्थान के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। जिसके बाद, इसे पर्यटकों के लिए एक गेस्टहाउस में बदल दिया गया, लेकिन अब इसे अपने बेहतरीन राजस्थानी वास्तुकला की लिस्ट में देखा जाने लगा है। महल के बाहर झील और हरी-भरी हरियाली का नज़ारा वाकई मंत्रमुग्ध कर देने वाला है। जोगी महल के करीब एक बड़ा बरगद का पेड़ है जो देश के सबसे बड़े बरगद के पेड़ों में से एक है।
सुरवाल झील
अगर आप जीप सफारी करके थक चुके हैं, तो खुद को आराम देने के लिए रणथंभौर की सुरवल झील एक बेस्ट ऑप्शन है। यह झील रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित है, जहां से आप मंत्रमुग्ध कर देने वाली आसपास की प्रकृति और पक्षियों की कई प्रजातियों को इस झील के किनारे देख सकते हैं। साथ ही झील का नजारा सूर्यास्त और सूर्योदय के समय भी देखने वाला होता है। हालांकि ये झील गर्मियों के दौरान सूख जाती है, इसलिए यहां आने का सबसे अच्छा समय मानसून या सर्दियों के महीने हैं।
त्रिनेत्र गणेश मंदिर
सुंदर रणथंभौर किले के भीतर स्थित, त्रिनेत्र गणेश मंदिर तीन आंखों वाले गणेश का प्रतिनिधत्व करता है। ऐसा कहा जाता है कि जब राजा हमीर युद्ध में थे और स्थिति उनके पक्ष में दिखती हुई नजर नहीं आ रही थी तो एक रात भगवान गणेश राजा के सामने प्रकट हुए थे और उन्हें यह कहते हुए आशीर्वाद दिया कि उनकी समस्याएं जल्द ही समाप्त हो जाएंगी। चमत्कारिक रूप से, अगले ही दिन युद्ध समाप्त हो गया और राजा की खाद्य भंडार के संबंध में समस्याओं का भी समाधान हो गया। भगवान गणेश में उनका विश्वास मजबूत हुआ और उन्होंने जल्द से त्रिनेत्र गणेश मंदिर का निर्माण कर दिया, जो इस क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, जिसे रणथंभौर में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थानों में गिना जाता है। यहां भगवान गणेश के पूरे परिवार की मूर्तियां स्थापित की गई हैं और यहां प्रत्येक दिन पांच आरती की जाती हैं।
राजीव गांधी क्षेत्रीय संग्रहालय
राजीव गांधी राष्ट्रीय संग्रहालय या प्राकृतिक इतिहास का क्षेत्रीय संग्रहालय, भारत का प्राकृतिक इतिहास का चौथा क्षेत्रीय संग्रहालय है और इसे रणथंभौर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक कहा जाता है। संग्रहालय में भारत के पश्चिमी भाग के दुर्लभ पौधों, जानवरों और भूविज्ञान की प्रदर्शनी लगी हुई है।