इस फरवरी आप भी परिवार के साथ करें कर्नाटक के बांदीपुर नेशनल पार्क की सैर, मिलेगा अनोखा अनुभव, यहां जानें प्रति व्यक्ति टिकट पर कितना आएगा खर्च

राष्ट्रीय उद्यान बच्चों को प्रकृति से जोड़ने के लिए सबसे अच्छी जगह है। अगर बच्चे सारा दिन फोन और टीवी के सामने बैठे रहते हैं, तो उन्हें बाहर ले जाने की योजना बनाएं। इससे उनका स्वास्थ्य भी बेहतर होगा और शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास भी होगा। यहां उन्हें पेड़-पौधों, जानवरों और प्रकृति के बारे में नई बातें जानने का अवसर मिलेगा। अक्सर माता-पिता सोचते हैं कि किताबों से बच्चों को अच्छा ज्ञान मिल रहा है, लेकिन किताबों के अलावा वास्तविक और गहरी समझ भी जरूरी है, जो उन्हें घर के बाहर मिलती है।
बच्चे यहां जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में देखते हैं, जिससे उनका ज्ञान बढ़ता है। यदि आप अपने बच्चों को कर्नाटक के किसी अच्छे राष्ट्रीय उद्यान में ले जाने की योजना बना रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी होगा। आज के इस लेख में हम आपको बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान बच्चों के साथ यात्रा करने के लिए सबसे अच्छी जगह है। यह अपने विशाल हरित क्षेत्र और सुरक्षित वातावरण के लिए जाना जाता है। बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान का कुल क्षेत्रफल लगभग 880 वर्ग किमी है। यहां बच्चों को बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू और चीतल जैसी अन्य प्रजातियों के जानवर देखने को मिलेंगे। बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1974 में हुई थी। इस पार्क को पहले बांदीपुर वन्यजीव अभयारण्य के नाम से जाना जाता था। इसे विशेष रूप से बाघों के संरक्षण के लिए बनाया गया था। यहां आप पैदल भ्रमण के साथ-साथ जीप सफारी का भी आनंद ले सकते हैं। यह सफारी के लिए एक अच्छी जगह है.
कर्नाटक में बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान का समय
- स्थान- कर्नाटक के चामराजनगर जिले में मैसूर-ऊटी राजमार्ग पर स्थित है।
- पार्क खुलने का समय- यह सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है।
- सफारी का समय- सफारी का समय सुबह 6:00 बजे से 9:00 बजे तक और शाम 4:00 बजे से 6:00 बजे तक है।
- मौसम और सुरक्षा कारणों से सफारी का समय बदल सकता है। सफ़ारी आमतौर पर केवल सुबह और शाम को ही होती है। क्योंकि इस समय आप जानवरों को देख सकेंगे।