Mahakumbh 2025: अगर आप भी जा रहे हैं त्रिवेणी संगम स्नान के लिए तो इन शानदार और खूबसूरत जगहों की जरूर ​करें सैर

दुनिया का सबसे बड़ा मेला यानि महाकुंभ 13 जनवरी से ही शुरू हो रहा है। खबरों के मुताबिक अब तक करोड़ों श्रद्धालु........
 
Mahakumbh 2025: अगर आप भी जा रहे हैं त्रिवेणी संगम स्नान के लिए तो इन शानदार और खूबसूरत जगहों की जरूर ​करें सैर

दुनिया का सबसे बड़ा मेला यानि महाकुंभ 13 जनवरी से ही शुरू हो रहा है। खबरों के मुताबिक अब तक करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।महाकुंभ में अब तक दो शाही स्नान हो चुके हैं और तीसरा स्नान 29 जनवरी को मैनी अमावस्या पर तथा चौथा स्नान 3 फरवरी को वसंत पंचमी पर होने जा रहा है। यह मेला 26 फरवरी तक चलेगा।महाकुंभ में उमड़ रही भीड़ को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने वाले हैं। त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के बाद कई लोग आसपास के स्थानों पर घूमना भी पसंद करते हैं।इस लेख में हम आपको त्रिवेणी संगम यानी घाट से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुछ शानदार और प्रसिद्ध स्थानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप गंगा स्नान के बाद भी जा सकते हैं।

ब त्रिवेणी संगम से कुछ ही किलोमीटर दूर स्थित कुछ शानदार और प्रसिद्ध स्थानों की यात्रा करने की बात आती है, तो कई लोग सबसे पहले श्रृंगवेरपुर धाम पहुंचते हैं। श्रृंगवेरपुर धाम एक धार्मिक स्थल भी माना जाता है, जिसे भगवान राम से जोड़कर देखा जाता है।पौराणिक कथा के अनुसार कहा जाता है कि जब भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण वनवास जा रहे थे तो उन्होंने श्रृंगवेरपुर से ही गंगा पार की थी। इस स्थान का उल्लेख रामायण में भी किया गया है। यहां एक पवित्र राम मंदिर है, जहां रामनवमी पर हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर यहां मेला भी लगता है। यहां श्री राम घाट में मौजूद हैं।

त्रिवेणी घाट के समीप स्थित कौशाम्बी भी एक सुन्दर एवं ऐतिहासिक स्थान है। यह खूबसूरत शहर भगवान गौतम बुद्ध की तपोस्थली के रूप में जाना जाता है, जहां घूमने के लिए दुनिया भर से पर्यटक भारत पहुंचते हैं।कौशाम्बी न केवल बुद्ध जी के लिए बल्कि जैन धर्म और हिंदुओं के लिए भी विशेष माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यहां स्थित बुद्ध मठ का निर्माण कम्बोडियाई सरकार द्वारा कराया गया था। यहां मां शीतला देवी का मंदिर भी मौजूद है। नवरात्रि के दौरान यहां लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। कौशाम्बी प्रभास गिरि पर्वत के लिए भी जाना जाता है, जहां कई लोग साहसिक गतिविधियों का आनंद लेने आते हैं।

सीता समाहित स्थान उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में स्थित है और कई लोग इसे सीतामढ़ी के नाम से भी जानते हैं। यह उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध और प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है। यहां हर समय पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।सीता समाहित स्थान के बारे में पौराणिक मान्यता है कि माता सीता ने इसी स्थान पर स्वयं को धरती में समाहित किया था। यहां एक भव्य मंदिर है, जहां दर्शन करने के लिए देश के कोने-कोने से पर्यटक पहुंचते हैं। मंदिर परिसर में हनुमान जी की भव्य प्रतिमा भी है।