आखिर क्यों नागपुर-गोवा एक्सप्रेसवे की हो रही है हर जगह चर्चा, यहां जानिए इसके बारे में सब कुछ

अगर आप रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का असली मजा लेना चाहते हैं तो आपको सड़क मार्ग से गोवा की यात्रा का भी आनंद लेना चाहिए। आपकी यात्रा को आसान बनाने के लिए अब नागपुर-गोवा एक्सप्रेसवे भी आ गया है। घुमावदार सड़कें, घने जंगलों से गुजरते राजमार्ग सचमुच आपकी सड़क यात्रा को यादगार बना देंगे। गोवा भारत के सबसे लोकप्रिय समुद्री पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां न केवल घरेलू बल्कि विदेशी पर्यटक भी घूमने आते हैं। अधिकतर लोग यहां हवाई या रेल मार्ग से पहुंचना पसंद करते हैं, लेकिन अब आपको यहां सड़क मार्ग से जाने की योजना बनानी चाहिए। नागपुर से गोवा जैसी खूबसूरत जगह तक पहुंचने के लिए सीधी सड़क आने से यात्रा और भी आसान हो जाएगी। आज के इस लेख में हम आपको इस एक्सप्रेसवे के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
इस एक्सप्रेसवे को करीब 802 किलोमीटर लंबा बनाने की बात चल रही है।एक्सप्रेसवे तैयार हो जाने के बाद नागपुर से गोवा तक कम समय में पहुंचना आसान हो जाएगा। इसके निर्माण के बाद आप जो रास्ता 18-20 घंटे में पूरा करते थे, उसे आप लगभग 8 से 10 घंटे में पूरा कर लेंगे।इस एक्सप्रेसवे से निकलने वाली जमीन किसानों के खेतों की जमीन से होकर गुजरेगी। ऐसे में किसान एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन देने को तैयार हैं, लेकिन मुआवजे का 5 गुना मांग रहे हैं।
इस एक्सप्रेसवे के मार्ग में कोल्हापुर जिले के भूदरगढ़, राधानगरी, अजरा, हातकणंगले और शिरोल तालुका की भूमि शामिल होगी।हालांकि कई जिलों के किसानों ने इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण का विरोध किया था, लेकिन उम्मीद है कि वे जल्द ही मान जाएंगे।यह सड़क महाराष्ट्र के 12 जिलों से होकर गुजरेगी, इसलिए अन्य शहरों के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे की लागत 86,000 करोड़ रुपये रखी गई है। एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति अधिक होती है, इसलिए लोग इसके निर्माण का इंतजार कर रहे हैं।