Gorakhpur एलआईसी से फर्जी ऋण की जांच के दायरे में तीन मैनेजर
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क एलआईसी के बांड पर फर्जी तरीके से लोन व किस्त को हड़पने के मामले की जांच की आंच मैनेजरों तक भी पहुंच गई. पुलिस की जांच में इनकी भूमिका संदिग्ध सामने आने के बाद नोटिस जारी कर दिया गया है. कोतवाली पुलिस ने तीन मैनेजरों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है. दरअसल, इन्हीं के हस्ताक्षर से ऋण पास हुआ.
जुबिली कॉम्पलेक्स स्थित एलआईसी के शाखा प्रबंधक राजकुमार राय ने 3 नवंबर 2023 को तहरीर देकर बताया कि शाखा से पिछले 21 वर्ष से जुड़े अभिकर्ता धीरज सरकारी के खिलाफ बीमाधारकों की बीमा पॉलिसी का कूटरचित दस्तावेज तैयार कर अन्य व्यक्तियों के बैंक एकाउंट देकर धोखाधड़ी से लोन प्राप्त कर लिया गया. पुलिस इस मामले में केस दर्ज कर विवेचना कर रही थी. आरोपियों की पहचान होने के बाद तीन को जेल भिजवाया गया और फिर पुलिस ने शैलेंद्र को गिरफ्तार कर लिया. जांच में पता चला है कि मिलीभगत से ही फर्जी तरीके से ऋण को पास किया गया था. अब एक-एक दस्तावेज की जांच के बाद ही पुलिस ने नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है. एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है. नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
बिना अनुमति विज्ञापन लगाने पर जुर्माना वसूलेगा नगर निगम
गोरक्षगरी में बिना अनुमति के विज्ञापन बोर्ड लगाना भारी पड़ेगा. नगर निगम ने विज्ञापन नियमावली 2020 का सख्ती से अनुपालन करा रहा है. पकड़े जाने पर विज्ञापन लगाने वाली फर्म से जुर्माना वसूला जाएगा.
निगम प्रशासन की अनुमति के बगैर महानगर के डिवाइरों, सेंट्रल वर्ज और बिजली के पोल आदि पर मनमाने ढंग से विज्ञापन बोर्ड लगाए जा रहे हैं. हालांकि विज्ञापन नियमावली 2020 में स्पष्ट किया गया है कि महानगर में किसी भी तरह की विज्ञापन संबंधी गतिविधि के लिए नगर निगम से स्वीकृति लेनी होगी. निर्धारित शुल्क भी जमा करना होगा.
गोरखपुर न्यूज़ डेस्क