जेपी मॉर्गन के सीईओ जेमी डिमन की टाउन हॉल मीटिंग की लीक हुई ऑडियो वायरल, भारतीय मूल के US ऑफ़िशियल को दी गाली

जेपी मॉर्गन चेस के सीईओ जेमी डिमन की हाल ही में हुई टाउन हॉल बैठक की लीक हुई ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस ऑडियो में डिमन ने रिमोट वर्क को लेकर अपनी स्पष्ट और सख्त राय रखी, जिससे कर्मचारियों के लिए लचीलेपन की संभावनाएं समाप्त हो गई हैं।
रिमोट वर्क पर सख्त रुख
ऑडियो में डिमन यह स्पष्ट करते हुए सुने गए कि जेपी मॉर्गन चेस के कर्मचारियों से सप्ताह में पांच दिन ऑफिस में उपस्थित रहने की अपेक्षा की जाती है। उन्होंने रिमोट वर्क को लेकर किसी भी तरह की ढील देने से इनकार कर दिया। यह बयान ऐसे समय में आया है जब कई कंपनियां हाइब्रिड वर्क मॉडल को अपना रही हैं, लेकिन डिमन के इस रुख ने कर्मचारियों के बीच असंतोष की लहर पैदा कर दी है।
CFPB और रोहित चोपड़ा पर तीखी टिप्पणी
उसी बैठक के दौरान, डिमन ने उपभोक्ता वित्तीय सुरक्षा ब्यूरो (CFPB) और इसके निदेशक रोहित चोपड़ा की भी कड़ी आलोचना की। CFPB एक अमेरिकी उपभोक्ता निगरानी एजेंसी है, जिसे 2010 में डोड-फ्रैंक वॉल स्ट्रीट रिफॉर्म एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत स्थापित किया गया था और 2011 से इसका संचालन शुरू हुआ। इस एजेंसी ने अब तक 7.7 मिलियन से अधिक शिकायतों का समाधान किया है और उपभोक्ताओं को लगभग 20 बिलियन डॉलर लौटाए हैं।
हालांकि, डोनाल्ड ट्रम्प इस एजेंसी को "अपव्यय, धोखाधड़ी और दुरुपयोग" का अड्डा मानते हैं, जिसका एकमात्र उद्देश्य "लोगों को नष्ट करना" है। ट्रम्प इसे एक "दुष्ट समूह" बताते हैं और इसके खिलाफ खुलकर अपनी राय रखते आए हैं। डिमन ने भी कुछ हद तक ट्रम्प के विचारों से सहमति जताई। उन्होंने स्वीकार किया कि CFPB ने कुछ सकारात्मक काम किए हैं, लेकिन वे इसके मौजूदा निदेशक रोहित चोपड़ा को लेकर काफी नकारात्मक रहे।
"चोपड़ा ने अपने अधिकार का अतिक्रमण किया"
बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, डिमन ने कहा, "CFPB के बारे में मैं जो एकमात्र अच्छी बात कहूंगा, वह यह है कि इसमें उपभोक्ता सुरक्षा नियम हैं जो अच्छे हैं। उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए उन्हें लागू किया जाना चाहिए।" लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह एजेंसी अन्य वित्तीय नियामकों के कार्यों को दोहराती है और अब इसकी प्रासंगिकता खत्म हो गई है।
उन्होंने कहा, "ओसीसी (ऑफिस ऑफ द कंप्ट्रोलर ऑफ द करेंसी) पहले ही ऐसा कर चुका है। फेडरल रिजर्व ऐसा करता है। FHA (फेडरल हाउसिंग एडमिनिस्ट्रेशन) भी यही करता है। इसलिए CFPB की अलग से कोई जरूरत नहीं है।"
डिमन ने विशेष रूप से रोहित चोपड़ा पर हमला बोलते हुए कहा, "उन्होंने अपने अधिकार का बहुत अधिक अतिक्रमण किया। मुझे लगता है कि यह आदमी - चोपड़ा या उसका जो भी नाम है - बस एक घमंडी, बेखबर कमीना था जिसने बहुत से अमेरिकियों के लिए चीजों को बदतर बना दिया।"
CFPB को हटाने का समर्थन?
डिमन ने आगे कहा कि CFPB को हटाए जाने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने सुझाव दिया कि यह एजेंसी अस्तित्व में रह सकती है, लेकिन इसे बैंकों के मामलों में ओसीसी के तहत संचालित किया जाना चाहिए, जैसा कि पहले हुआ करता था।
डिमन के इन बयानों के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या जेपी मॉर्गन चेस अपने कर्मचारियों के प्रति और सख्त रुख अपनाने वाला है और क्या CFPB पर उनका आक्रामक दृष्टिकोण वित्तीय उद्योग में कोई बड़ा बदलाव ला सकता है।