'न ज्यादा, न कम', चार महीने में निवेशकों ने डूबाएं 80 लाख करोड़, जानें अमेरिकी राष्ट्रपति का नया टैरिफ बम कितना खतरनाक ?

भारतीय शेयर बाजार पिछले चार महीनों से भारी उतार-चढ़ाव का सामना कर रहा है। 26 सितंबर 2024 को भारतीय कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण जहां 480 लाख करोड़ रुपये था, वहीं अब यह घटकर 400 लाख करोड़ रुपये रह गया है। इसका मतलब है कि निवेशकों के कुल 80 लाख करोड़ रुपए डूब गए हैं। अकेले इस सप्ताह निवेशकों की संपत्ति में 24 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है।
सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट
भारतीय शेयर बाजार में पिछले चार महीनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। 27 सितंबर से अब तक सेंसेक्स में 10,039 अंकों (11.7%) की गिरावट दर्ज की गई है (Share Market Updates), जबकि इसी अवधि में निफ्टी में 12.8% की गिरावट आई है।
चार महीने में सेंसेक्स की स्थिति
26 सितंबर – 85,978
21 नवंबर – 77,155
27 जनवरी – 75,366
14 फ़रवरी – 75,939
शुक्रवार को निवेशकों को भारी नुकसान हुआ
इंडेक्स में गिरावट की स्थिति
इंडेक्स | शुक्रवार की गिरावट | साप्ताहिक गिरावट | 4 माह की गिरावट |
---|---|---|---|
सेंसेक्स | -0.26% | -3.27% | -11.7% |
निफ्टी 50 | -0.44% | -3.43% | -12.8% |
बीएसई 500 | -1.30% | -8.16% | -16.2% |
मिडकैप | -2.59% | -14.88% | -20.1% |
स्मॉलकैप | -3.30% | -18.58% | -21.6% |
माइक्रोकैप | -3.42% | -17.18% | -21.8% |
सबसे अधिक गिरने वाले सेक्टर्स
सेक्टर | गिरावट (%) |
---|---|
बीएसई पीएसयू | -2.49 |
बीएसई इंफ्रा | -3.01 |
इंडस्ट्रियल्स | -3.03 |
कैपिटल गुड्स | -2.76 |
निफ्टी हेल्थकेयर | -2.46 |
निफ्टी फार्मा | -2.87 |
निफ्टी मीडिया | -3.40 |
शुक्रवार को सेंसेक्स 199 अंक गिरकर 75,939 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 0.44 फीसदी गिरकर 22,929 पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भारी गिरावट (Share Market Updates) आई, जिससे व्यापक बाजार पूरी तरह लहूलुहान हो गया.
ट्रम्प की नीति के कारण निवेशकों को नुकसान
विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली और कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों के कारण भारतीय शेयर बाजार (Share Market Updates) पहले से ही दबाव में था. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित पारस्परिक टैरिफ नीति ने बाजार को और झटका दिया। ट्रम्प की इस नीति के तहत अमेरिका उन देशों पर टैरिफ लगाने की योजना बना रहा है जो अमेरिकी कंपनियों पर उच्च टैरिफ लगाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह नीति अन्य एशियाई देशों की तुलना में भारत को अधिक नुकसान पहुंचा सकती है। इसका सीधा असर भारतीय कंपनियों के निर्यात पर पड़ेगा, जिससे निवेशकों में घबराहट बढ़ गई है।
कमज़ोर कंपनियों को बड़ा झटका
शुक्रवार को 504 शेयरों में 20% तक का निचला सर्किट लगा। इनमें सेनको गोल्ड, ऑर्किड फार्मा, टार्क, सियाराम सिल्क मिल्स, आईटीआई, 63 मून्स, कॉनकॉर्ड बायोटेक जैसी कंपनियां शामिल थीं।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर दबाव
विश्लेषकों का मानना है कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर दबाव जारी रह सकता है। इलारा कैपिटल की रिपोर्ट के अनुसार निकट भविष्य में बाजार (Share Market Updates) में स्थिरता की संभावना कम नजर आ रही है. निवेशकों को सतर्क रहने तथा केवल अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों में ही निवेश करने की सलाह दी जा रही है।
भारतीय शेयर बाजार में उथल-पुथल
भारतीय शेयर बाजार (Share Market Updates) इस समय भारी उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है. चार महीनों में निवेशकों को 80 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है और अमेरिकी टैरिफ युद्ध ने स्थिति को और खराब कर दिया है। निवेशकों को बुद्धिमानी से निवेश करने और बाजार के रुझान पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है।