आखिर क्या है चीन का Deepseek AI Model ? लांच के बाद सिर्फ 1 घंटे में कैसे Chatgpt और NVIDIA दी चुनौती

चीन ने अमेरिका को टक्कर देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) बाजार में अपना नया मॉडल उतारा है। इसका नाम है 'दीपसीक', जिसने लॉन्च होते ही टेक्नोलॉजी की दुनिया में हलचल मचा दी है। इसे चैटग्प्ट, जेमिनी और अन्य एआई मॉडलों का मजबूत प्रतिस्पर्धी माना जा....
 
आखिर क्या है चीन का Deepseek AI Model ? लांच के बाद सिर्फ 1 घंटे में कैसे Chatgpt और NVIDIA दी चुनौती

चीन ने अमेरिका को टक्कर देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) बाजार में अपना नया मॉडल उतारा है। इसका नाम है 'दीपसीक', जिसने लॉन्च होते ही टेक्नोलॉजी की दुनिया में हलचल मचा दी है। इसे चैटग्प्ट, जेमिनी और अन्य एआई मॉडलों का मजबूत प्रतिस्पर्धी माना जा रहा है। डीपसीक की सबसे बड़ी विशेषता इसकी लागत-दक्षता और निःशुल्क उपयोग की पेशकश है, जो इसे वैश्विक एआई बाजार में अलग खड़ा करती है। आइए विस्तार से समझते हैं कि डीपसिक क्या है, यह कैसे खास है?

डीपसीक क्या है?

डीपसीक हांग्जो स्थित एआई रिसर्च लैब द्वारा विकसित एक ओपन-सोर्स एआई प्रणाली है। कहा जा रहा है कि इसकी नवीनतम पेशकश, आर1 मॉडल, चैटजीपीटी और एनवीडिया जैसे बड़े नामों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी।

डीपसीक की विशेष विशेषताएं:

कम लागत वाला विकास: इसे सिर्फ 6 मिलियन डॉलर में विकसित किया गया, जबकि अन्य कंपनियों ने अरबों डॉलर खर्च किए।

ओपन-सोर्स मॉडल: इसका कोड डेवलपर्स और शोधकर्ताओं के लिए उपलब्ध होता है, जो तकनीक को आगे विकसित करने में मदद करता है।

निःशुल्क उपलब्धता: डीपसीक ऐप का उपयोग पूरी तरह से निःशुल्क है, जबकि चैटजीपीटी और अन्य एआई मॉडल के लिए भुगतान की आवश्यकता होती है।

डीपसीक कैसे काम करता है?

डीपसेक के मॉडल में मानवीय सोच की नकल करने की क्षमता है। यह न केवल प्रश्नों का उत्तर देता है बल्कि उत्तर देने से पहले अपने तर्क को भी स्पष्ट करता है। यह प्रणाली डेटा को शीघ्रता से संसाधित करती है और निर्णय लेने में सक्षम है। उदाहरण के लिए, यदि कोई उपयोगकर्ता किसी समस्या का समाधान चाहता है, तो डीपसीक उसके संभावित परिणामों का विश्लेषण करके तार्किक उत्तर प्रदान करता है।

डीपसी की सफलता

डीपसीक अपने लॉन्च के कुछ ही दिनों के भीतर अमेरिका, ब्रिटेन और चीन में एप्पल के ऐप स्टोर पर सबसे अधिक डाउनलोड किया जाने वाला मुफ्त ऐप बन गया। इसने ओपनएआई के चैटजीपीटी और गूगल जेमिनी जैसे बड़े एआई मॉडलों को पीछे छोड़ दिया है। इसका उपयोग न केवल आम लोगों के लिए आसान है, बल्कि कंपनियां भी इसे अपने काम में अपना रही हैं।

अमेरिका और चीन के बीच प्रौद्योगिकी युद्ध

डीपसेक की सफलता ऐसे समय में आई है जब अमेरिका ने चीन को उन्नत सेमीकंडक्टर और एआई प्रौद्योगिकी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। डीपसीक ने कम संसाधनों का उपयोग करके उन्नत एआई मॉडल बनाकर इन प्रतिबंधों को दरकिनार कर दिया। इसका असर अमेरिकी कंपनियों पर भी पड़ा। एनवीडिया, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा जैसी एआई कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई।

डीपसी (Deepsea) खबरों में क्यों है?

निःशुल्क उपलब्धता: ओपनएआई और अन्य एआई मॉडलों के विपरीत, यह पूरी तरह से निःशुल्क है।

प्रौद्योगिकी में पारदर्शिता: ओपन-सोर्स होने के कारण, यह प्रौद्योगिकी और एआई विकास को लोकतांत्रिक बना रहा है।

अमेरिकी कंपनियों के लिए चुनौती: डीपसेक की कम लागत और दक्षता ने अमेरिकी एआई बाजार में हलचल पैदा कर दी है।

डीपसी का भविष्य

डीपसीक ने एआई उद्योग में एक नया मानक स्थापित किया है। इसकी सफलता यह साबित करती है कि कम लागत और पारदर्शिता के साथ भी एआई मॉडल विश्व स्तरीय हो सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि डीपसेक के सामने चैटजीपीटी और अन्य अमेरिकी मॉडल क्या कदम उठाते हैं।