विशेषज्ञों ने भारत सरकार से हिमालय की नीति बनाने की मांग की है, जिससे यमुना-भागीरथी नदियों में सड़क मलबा डालने पर रोक लग सके और गंगोत्री हाईवे पर पेड़ों की कटाई रोकी जा सके। इस नीति का उद्देश्य गौमुख-बांदर पूंछ ग्लेशियरों की जैव विविधता को संरक्षित करना है और छोटे किसानों के लिए जलवायु-प्रतिरोधी आजीविका के उपाय प्रदान करना है। इसके अलावा, विशेषज्ञों ने तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित करने और किसी भी प्रकार के कचरा प्रबंधन को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। हिमालय क्षेत्र की नाजुक पारिस्थितिकी को देखते हुए, ऐसी नीतिगत बदलाव आवश्यक हैं।